अल्मोड़ा
अल्मोड़ा में समर कैंप में बच्चों ने सीखी कविता लेखन की बारीकियां
सीएन, अल्मोड़ा। बच्चों की पत्रिका बालप्रहरी, बालसाहित्य संस्थान एवं भारत ज्ञान विज्ञान समिति अल्मोड़ा के संयुक्त तत्वावधान में जीजीआईसी अल्मोड़ा में समर कैंप के तहत पांच दिवसीय बाल विज्ञान मेला में खंड शिक्षा अधिकारी ताकुला विनय कुमार ने कहा कि शिक्षणेत्तर गतिविधियों से बच्चों का सर्वांगीण विकास होता हैं। उन्होंने कहा कि बचपन से ही बच्चों के मन में भय पैदा कर दिया जाता है कि विज्ञान बहुत कठिन विषय है। उन्होंने कहा कि विज्ञान केवल बड़ी-बड़ी प्रयोगशालाओं में नहीं हैं। हम अपने दैनिक जीवन में अपने रसोई तथा घर में विज्ञान के कई प्रयोग करते हैं। उन्होंने कहा कि पांच दिवसीय कार्यशालाओं में बच्चों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि आज भी पढ़े-लिखे लोग अंधविश्वास व झाड़ फूक के चक्कर में रहते हैं। उन्होंने बच्चों के साथ ही अभिभावकों के लिए भी वैज्ञानिक दृष्टिकोण जाग्रत करने हेतु कार्यक्रम चलाए जाने पर बल दिया। कार्यशाला की शुरूआत ‘ज्ञान का दिया जलाने’’ समूह गीत से हुई। अध्यक्ष मंडल के लिए रोहित बिष्ट, नीलेश भट्ट, विनीता भट्ट, खुशी जोशी, बानी जोशी तथा चैतन्य बिष्ट चुने गए। राजकीय हाईस्कूल बिण, पिथौरागढ़ के प्रधानाचार्य तथा साहित्यकार नीरज पंत ने बच्चों को कविता लेखन की बारीकियां बताई। कविता लेखन सत्र में सबसे पहले सभी बच्चों ने अपनी पाठ्य पुस्तक की कविता सुनाई। बातचीत में बच्चों ने बताया कि कविता में तुक, लय ,भाव तथा शीर्षक होना चाहिए। उसके बाद बच्चों ने समूह में कविता तैयार की। बाद में बच्चों ने दिए हुए शब्दों/विषयों के आधार पर फूल,अल्मोड़ा, नानी, बच्चे, बंदर, अल्मोड़ा की बाल मिठाई, पर्यावरण आदि विषयों पर स्वरचित कविताएं सुनाई। बच्चों ने अपनी हस्तिलिखित पुस्तक के लिए मेरा परिचय, मेरा गांव आदि विषयों पर अपनी रचना तैयार की। भारत ज्ञान विज्ञान समिति के प्रांतीय कोषाध्यक्ष प्रमोद तिवारी ने दीवार अखबार की बारीकियां बच्चों को बताई। आज संपन्न नाम लेखन प्रतियोगिता में विवेकानंद इंटर कालेज के कक्षा 6 के छात्र दक्ष मनराल ने एक मिनट में 36 बार अपना नाम लिखकर प्रथम स्थान प्राप्त किया। सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता मे दीपा रौतेला,इशिका जोशी,भूमिका बिष्ट ने क्रमशःप्रथम द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त किया। बालप्रहरी संपादक उदय किरौला ने बच्चों को नुक्कड़ नाटक के टिप्स दिए। उसके तत्काल बाद बच्चों ने केवल 10 मिनट में अनुशासन पर आधारित एक नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया। जिसमें चैतन्य बिष्ट, संध्या बिष्ट, गौरांग जलाल, भक्ति उ्प्रेती, नीलेश भट्ट, मानवी सिजवाली, सार्थक सिजवाली, तनिष्का राज, हर्षवर्धन सिराड़ी, हर्षित कुमार, खुशी जोशी, निष्ठा उप्रेती, खुशी भट्ट, प्रियांशु जोशी आदि बच्चों की भागीदारी रही। बच्चों ने ‘तोता कहता है’, ‘जैसा में करूं’, ‘कितना बड़ा पहाड़’, ‘कितने भाई कितने’, ‘पिजा हट’ तथा ‘एक हाथ हिलता है’ आदि खेलों में खूब मस्ती की। बालप्रहरी संपादक उदय किरौला, प्रमोद तिवारी, नीरज पंत, जगदीश पाठक,शंकरदत्त भट्ट ने बतौर संदर्भदाता बच्चों को गतिविधियां कराई। इस अवसर पर राजेंद्र प्रसाद, यशोधरा जोशी, नवीन चंद्र जोशी, शोभा बिष्ट, दीपेंद्र चंद्र तिवारी सहित कई अभिभावक उपस्थित थे। श्री विनय कुमार जी के सौजन्य से आज बच्चों को जलपान कराया गया। अंत में श्री प्रमोद तिवारी ने कहा कि भारत ज्ञान विज्ञान समिति अल्मोड़ा के पूर्व जिलाध्यक्ष अनिल पुनेठा प्रतिवर्ष जून माह में आयोजित कार्यक्रम में बच्चों को कई खेल कराते थे। उन्होंने कहा कि इस बार के समर कैंप को हम अनिल पुनेठा को समर्पित करते हैं। स्व. अनिल पुनेठा के चित्र पर माल्यार्पण करते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। कार्यशाला प्रतिदिन सुबह 7 बजे से प्रांरभ होगी।