नैनीताल
उत्तरांचल परिवहन मजदूर संघ ने मांगा सौन्दर्यकृत पुराना बस स्टेशन
डीएम को पत्र भेजकर कहा-बसों के संचालन के लिए परिवहन निगम को भवन किया जाए हस्तांतरित
सीएन, नैनीताल। उत्तरांचल परिवहन मजदूर संघ ने यहां तल्लीताल के डाठ स्थित दो वर्ष पूर्व जिला प्रशासन द्वारा कुमाऊंनी शैली में सौंदर्यीकरण करने के लिए लिया गया पुराना बस स्टेशन को परिवहन निगम को वापस कर पूर्व की तरह बसों के संचालन करने के लिए हस्तांतरित करने की मांग करते हुए डीएम नैनीताल को पत्र भेजा है। उत्तरांचल परिवहन मजदूर संघ के क्षेत्रीय मंत्री रामप्रीत यादव द्वारा डीएम नैनीताल को लिखे पत्र में कहा है कि पूर्व में प्रशासन ने पुराने बस स्टेशन को कुमाऊंनी शैली में सौंदर्यीकरण करने के लिए लिया गया था। पुराने बस स्टेशन को तल्लीताल स्थित न्यू बस स्टेशन में स्थानांतरित कर दिया गया। जहां से आज तक बसों का भी संचालन किया जा रहा है। वर्तमान में सौन्दर्यकृत पुराना बस स्टेशन से डग्गामार वाहनों द्वारा सवारियां भरी जा रही हैं। इससे परिवहन निगम को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। इसके अलावा न्यू बस स्टेशन से भी डग्गामारी की जा रही है। इस स्थान पर रोडवेज कर्मचारियों के लिए बैठने की उचित व्यवस्था भी नहीं है। इससे स्टेशन प्रभारी कार्यालय व मंडल न्यायिक कार्यालय का कार्य भी प्रभावित हो रहा है। पत्र में यह भी कहा गया है कि पूर्व में पुराने बस स्टेशन में यात्री शेड बने थे, जिन्हें सौंदर्यीकरण के नाम पर ध्वस्त कर दिया गया। अत: नये यात्री शेड का निर्माण भी करवाया जाय। पत्र में यह भी कहा है कि पूर्व में निगम द्वारा दी गई अनापत्ति के अनुसार पुराने बस स्टेशन को कार्यदायी संस्था से निगम को अविलम्ब हस्तांतरित कराया जाय।
परिवहन मजदूर संघ की नेता को बयान देना पड़ा भारी
नैनीताल। बीते दिनों उत्तरांचल परिवहन मजदूर संघ की अध्यक्ष लीला बोरा द्वारा परिवहन निगम के आला अधिकारियों पर निगम को घाटा दिलाने व निगम में गड़बड़ियां की सीएम, पीएमओ व विजिलेंस से जांच कराने की मांग को लेकर मीडिया में बयान देने पर उनका स्थानांतरण नैनीताल बस स्टेशन से काठगोदाम कर दिया गया है। लीला बोरा ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा है कि यदि परिवहन निगम के हित में बोलने पर उनका इस तरह उत्पीड़न किया जा रहा है तो वह निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार के विरोध में व निगम के हित में आवाज उठाती रहेंगी। अधिकारी अपनी कार्यप्रणाली सुधारने की जगह निगम की संपत्तियों को खुर्द-बुर्द करने में तुले हैं। उत्तरांचल परिवहन मजदूर संघ इसका जमकर विरोध करेगा।