उत्तरकाशी
उत्तरकाशी के जिपं अध्यक्ष के खिलाफ गबन मुकदमा हुआ दर्ज
उत्तरकाशी के जिपं अध्यक्ष के खिलाफ गबन मुकदमा हुआ दर्ज
सीएन, उत्तरकाशी। जिला पंचायत उत्तरकाशी के अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण के खिलाफ गबन सहित विभिन्न आरोपों में मुकदमा हुआ दर्जकिया गया है। इस मामले में जिला पंचायत के कर्मचारियों व ठेकेदारों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है। बाजार चौकी प्रभारी ने कोतवाली उत्तरकाशी में मुकदमा दर्ज करवाया है। नवंबर 2022 में एसआईटी ने जांच पूरी करने के बाद शासन से मुकदमा दर्ज करने की अनुमति मांगी थी। बता दें कि बीती 2 जनवरी को शासन ने वित्तीय अनियमितताओं के आरोप है जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजवान के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए अनुमति दी थी। अध्यक्ष जिला पंचायत उत्तरकाशी दीपक बिजल्वाण पर विकास कार्यों में घोर वित्तीय अनियमितता बरतने का है आरोप है। हाल ही में कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए उत्तरकाशी के जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण पर बड़ी कार्रवाई करते हुए शासन ने उन्हें पद से हटा दिया है। उन पर सरकारी धन का दुरुपयोग करने और गबन का आरोप है। इस मामले में तत्कालीन प्रभारी अपर मुख्य अधिकारी संजय कुमार पर भी गाज गिरी है, उन्हें निलंबित कर दिया गया है। साथ ही इस पूरे मामले में एसआईटी जांच कराने का निर्णय लिया गया है। शुक्रवार देर शाम सचिव पंचायती राज विभाग नितेश झा की ओर से बिजल्वाण को हटाने का आदेश जारी किया गया। जिसमें कहा गया है कि उनके खिलाफ नवंबर 2019 से तमाम शिकायतें दर्ज हैं। जिसमें विभिन्न मदों में निर्माण कार्यों में धरातल पर कोई कार्य न किए जाने, सरकारी धन का दुरुपयोग करने और गबन के भी आरोप हैं। इस संबंध में पूर्व में जांच जिलाधिकारी उत्तरकाशी को सौंपी गई थी। उनकी जांच आख्या के बाद आयुक्त गढ़वाल की ओर से शासन को रिपोर्ट सौंपी गई थी। इसके बाद बिजल्वाण को कारण बताओ नोटिस जारी कर पक्ष रखने का मौका दिया गया था। उनके प्रत्युत्तर के बाद शासन इस नतीजे पर पहुंचा कि उनकी ओर से पद पर रहते हुए अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों का निर्वहन अपारदर्शी और वित्तीय नियमों के प्रतिकूल नहीं था। इसके बाद उन्हें उत्तराखंड पंचायतीराज अधिनियम 2016 की धारा 138 (1) के प्रावधानों को ध्यान में रखते हुए पद से हटाने का निर्णय लिया गया। वहीं, तत्कालीन प्रभारी अपर मुख्य अधिकारी, अभियंता संजय कुमार पर कर्तव्यों एवं दायित्वों का ठीक प्रकार से पालन न करने के आरोप में निलंबन की कार्रवाई की गई है। निलंबन की अवधि में वह निदेशालय पंचायतीराज में संबद्ध रहेंगे। इसके साथ ही इस पूरे मामले की एसआईटी जांच कराए जाने का निर्णय लिया गया है। जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण ने उन्हें पद से हटाए जाने को बदले की भावना से की गई कार्यवाही बताया है। उन्होंने कहा कि वह सरकार के आदेश को नहीं मानते हैं। कहा कि उन्हें जनता ने चुना है। वह जिला पंचायत अध्यक्ष हैं और रहेंगे। हाल ही में कांग्रेस पार्टी में शामिल होने वाले जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण ने कहा कि शुक्रवार को चिन्यालीसौड़ में हुई उनकी विजय शंखनाद रैली में उमड़ी भीड़ ने सरकार की नींद उड़ा दी है। इसी से घबराकर सरकार ने बदले की भावना से यह कार्यवाही की है, जिसे वह नहीं मानते हैं। कहा कि उन्हें जनता ने चुना है। बदले के भावना से हुई इस कार्यवाही का वह न्यायालय के माध्यम से करारा जवाब देंगे।