पर्यावरण
रूद्राक्ष वाटिका आने वाले समय में उत्तरकाशी शहर का आकर्षण का केन्द्र बनेगी
सीएन, उत्तरकाशी। गंगा विचार मंच के प्रान्त संयोजक लोकेंद्र सिंह बिष्ट के आमंत्रण पर आज गंगा विचार मंच और उत्तराखंड जल विद्युत निगम जोशीयाड़ा द्वारा तैयार की गई रुद्राक्ष वाटिका को देखने आज उत्तराखण्ड वन विभाग के चीफ डा धनंजय मोहन और भागीरथी वृत के कंजर्वेटर धरम सिंह मीणा अपने लाभ लश्कर के साथ पहुंचे। वन विभाग उत्तराखण्ड के प्रमुख वन संरक्षक ( हॉफ) डॉ. धनंजय मोहन ने आज उत्तरकाशी जोशियादा बैराज के निकट स्थापित रूद्राक्ष वाटिका का भ्रमण कर रूद्राक्ष के पौधे रोपित किए। इस अवसर पर वन संरक्षक डॉ. धरम सिंह मीणा ने भी रुद्राक्ष पौध का रोपण किया। उत्तराखंड के मुख्य वन संरक्षक ने कहा कि रुद्राक्ष की यह पहली सफल वाटिका है जो आध्यात्मिक एवं औषधीय महत्व के रूद्राक्ष के पौधों से भरपूर है और वाटिका के शानदार स्वरूप ग्रहण करने पर उन्होंने प्रसन्न्ता व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह के प्रयास सराहनीय हैं।।
वन संरक्षक डॉ. धरम सिंह मीणा ने कहा कि आने वाले समय में रुद्राक्ष वाटिका एक मील का पत्थर साबित होगी।
जोशियाड़ा बैराज के निकट उत्तराखंड जल विद्युत निगम की भूमि पर विकसित रूद्राक्ष वाटिका को गंगा विचार मंच उत्तराखण्ड के प्रांत संयोजक लोकेंद्र सिंह बिष्ट के अथक प्रयोग से तैयार किया गया है। डीएफओ उत्तरकाशी डीएन बलूनी और डीएफओ गंगोत्री नेशनल पार्क रंगनाथ पांडेय ने कहा कि यह रूद्राक्ष वाटिका आने वाले समय में उत्तरकाशी शहर का आकर्षण का केन्द्र बनेगी और जैव विविधता को संवर्द्धन में भी मददगार होगी। डीएफओ बलूनी ने कहा कि गंगा विचार मंच और जलविद्यतु निगम के द्वारा इस वाटिका की देख-रेख एवं सौंदर्यीकरण पर पूरा ध्यान देने के चलते ही आज रुद्राक्ष वाटिका इतनी सफल है और इस वाटिका में आज रुद्राक्ष के लगभग 400 पेड़ लहलहा रहे हैं।। जल विद्युत निगम के अधिशाषी अभियंता एमएस नाथ ने वन विभाग के मुखिया को स्मृति चिन्ह के रूप में मां गंगोत्री की फोटो भेंट की। आज इस अवसर पर वन विभाग के सहायक वन संरक्षक मयंक गर्ग, गंगोत्री नेशनल पार्क के कपिल, मुखेम रेंजर गोविंद सिंह पंवार, रेंजर मुकेश रतूड़ी, गंगा विचार मंच के प्रांत संयोजक लोकेंद्र सिंह बिष्ट, डिप्टी रेंजर रोशन लाल, वन दारोगा देवराज राणा आदि उपस्थित रहे।
उत्तराखण्ड।।