राजनीति
शिंदे गुट को एससी से बड़ी राहत, अब जवाब देने के लिए 12 जुलाई तक का समय
शिवसेना के वरिष्ठ नेता व मंत्री सुभाष देसाई ने दी बागी नेता एकनाथ गुट को खुली धमकी
सीएन, नईदिल्ली/मुंबई। शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे की ओर से महाराष्ट्र विधानसभा के डिप्टी स्पीकर नरहरि सीताराम जिरवाल द्वारा उन्हें और 15 अन्य विधायकों को अयोग्य ठहराए जाने के नोटिस के खिलाफ दायर दो याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई होनी है। वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे शीर्ष अदालत में शिंदे गुट की ओर से पेश होंगे। वहीं, अभिषेक मनु सिंघवी सुप्रीम कोर्ट में उद्धव कैंप का पक्ष रखेंगे। इस बीच महाराष्ट्र राजनीतिक संकट को लेकर बॉम्बे हाईकोर्ट में दायर एक जनहित याचिका में एकनाथ शिंदे, शिवसेना के बागी विधायकों, मंत्रियों को तुरंत राज्य में लौटने और कर्तव्यों का निर्वहन करने का निर्देश देने की मांग की गई है। याचिका में कर्तव्यों पालन में चूक के लिए बागी विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की गई है। सुप्रीम कोर्ट ने बागी विधायकों की याचिका पर जवाब देने के लिए महाराष्ट्र विधानसभा के डिप्टी स्पीकर, विधानसभा के सचिव, केंद्र और अन्य को नोटिस जारी किया है। एकनाथ शिंदे एवं अन्य 15 बागी विधायकों ने डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल द्वारा अयोग्य ठहराए जाने के नोटिस को कोर्ट में चुनौती दी है। कोर्ट ने बागी नेता एकनाथ शिंदे गुट को अयोग्य ठहराने जाने वाले नोटिस पर जवाब देने के लिए अब 12 जुलाई की शाम 5: 30 तक का समय दे दिया। पहले यह समय 11 जुलाई को 5: 30 बजे तक ही था. सुप्रीम कोर्ट ने बागी विधायकों की सुरक्षा पर कहा है कि राज्य सरकार की यह जिम्मेदारी है कि वह सभी को सुरक्षा प्रदान करें। विधायकों और उनके परिवार और प्रॉपर्टी को सुरक्षा प्रदान करना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है। सरकार उस पर उचित कार्रवाई करे। शिवसेना के वरिष्ठ नेता व मंत्री सुभाष देसाई ने शिंदे गुट को धमकी देते हुए कहा है कि अगर वो महाराष्ट्र में किसी भी बिल में छुपे होते तो महाराष्ट् पुलिस उन्हें घसीटकर ले आती लेकिन वो डर के मारे गुवाहाटी में जाकर छुपे हैं और वहां से धमकियां दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर बागी विधायक मुंबई एयरपोर्ट आए तो आधे शिवसेना भवन जाएंगे और बाकियों को 72 घंटे एयरपोर्ट से बाहर निकलने नहीं दिया जाएगा और शिवसेना पूरे एयरपोर्ट का घेराव करने में सक्षम है। उन्होंने कहा, शिवराय की तलवार की नोंक में इतनी धार कि हर दुश्मन भी उससे डरता है।