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दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा कुक, बटलर, ड्राइवर, केयरटेकर व टीटो के लिए छोड़ गये पैसा
दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा कुक, बटलर, ड्राइवर, केयरटेकर व टीटो के लिए छोड़ गये पैसा
सीएन, नई दिल्ली। दिवंगत उद्योगपति रतन टाटा कितने दरियादिल इंसान थे, इसका पता उनकी वसीयत से चलता है। उन्होंने अपने घर में काम करने वाले लोगों और ऑफिस के कर्मचारियों के लिए करीब 3.5 करोड़ रुपये छोड़े हैं। इनमें कार साफ करने वाले से लेकर चपरासी तक शामिल हैं। उन्होंने अपने कर्मचारियों और यहां तक कि एक पड़ोसी को दिए गए लोन भी माफ कर दिए हैं। रतन टाटा का पिछले साल अक्टूबर में निधन हुआ था। उन्होंने अपनी वसीयत के एग्जीक्यूटर्स को निर्देश दिया कि वे उनके घरेलू नौकरों को उनकी सेवा के वर्षों के अनुपात में 15 लाख रुपये बांटें। साथ ही पार्ट.टाइम हेल्पर्स और कार क्लीनर्स को भी 1 लाख रुपये देने को कहा है। उनके सभी कपड़े गैर सरकारी संगठनों को दिए जाएंगे ताकि वे उन्हें जरूरतमंदों में बांट सकें। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक खबर के मुताबिक टाटा ने लंबे समय तक उनके साथ काम करने वाले कुक राजन शॉ को 1 करोड़ रुपये से थोड़ा अधिक दिया है। इसमें 51 लाख रुपये की लोन माफी भी शामिल है। उन्होंने अपने बटलर सुब्बैया कोनार को 66 लाख रुपये दिए हैं जिसमें 36 लाख रुपये की लोन माफी भी शामिल है। साथ ही उन्होंने अपनी सेक्रेटरी दिलनाज गिल्डर को 10 लाख रुपये दिए। टाटा ने अपने एग्जीक्यूटिव असिस्टेंट शांतनु नायडू को कॉर्नेल यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के लिए दिया गया 1 करोड़ रुपये का लोन माफ कर दिया। उन्होंने अपने ड्राइवर राजू लियोन को 1.5 लाख रुपये दिए और 18 लाख रुपये का लोन माफ कर दिया। न्होंने टाटा ट्रस्ट्स के कंसलटेंट होशी डी मालेसर को 5 लाख रुपये अपने अलीबाग बंगले के केयरटेकर देवेंद्र कटामोल्लु को 2 लाख रुपये, पर्सनल असिस्टेंट दीप्ति दिवाकरन को 1.5 लाख रुपये और चपरासी गोपाल सिंह और पांडुरंग गुरव को 50,000 रुपये दिए। उन्होंने अपने एक हेल्पर सरफराज देशमुख को दिया गया 2 लाख रुपये का लोन भी माफ कर दिया। उन्होंने अपने जर्मन शेफर्ड टीटो के लिए 12 लाख रुपये आवंटित किए, जिसमें 30.000 रुपये की तिमाही किस्तें शामिल हैं। टीटो अभी भी राजन शॉ की देखरेख में है।
