राष्ट्रीय
सोने का भाव छठें दिन भी गिरा, एक हफ्ते में 1,600 रुपये सस्ता
चांदी की कीमतों में भी गिरावट दिखी और वायदा भाव 1.25 फीसदी तक गिरा
सीएन, नई दिल्ली। सोना खरीदने का यही सही मौका है. शादियों का सीजन होने के बावजूद ग्लोबल मार्केट में सुस्ती के कारण सोने की कीमतों में लगातार छठें दिन गिरावट दिखी. सोमवार को भी सोना 0.44 फीसदी नीचे आया. एक सप्ताह के भीतर इसकी कीमतों में करीब 1,600 रुपये की गिरावट आ चुकी है. मल्टीकमोडिटी एक्सचेंज पर सोमवार सुबह 24 कैरेट शुद्धता वाले सोने का वायदा भाव 0.44 फीसदी या 230 रुपये गिरकर 52,030 रुपये प्रति ग्राम पर पहुंच गया. चांदी की कीमतों में भी गिरावट दिखी और वायदा भाव 1.25 फीसदी या 829 रुपये गिरकर 65,717 रुपये प्रति किलोग्राम पहुंच गया. पिछले छह कारोबारी सत्र में सोने की कीमतों में करीब 1,600 रुपये प्रति 10 ग्राम की गिरावट आ चुकी है.अमेरिकी फेड रिजर्व की ओर से मौद्रिक नीतियों को सख्त करने और ब्याज दरें बढ़ाने के संकेतों के बाद सोने की कीमतों में लगातार गिरावट आ रही है. ग्लोबल मार्केट में सोने का हाजिर भाव दो सप्ताह के निचले स्तर पर पहुंच गया है. सोमवार सुबह सोने का हाजिर भाव 0.3 फीसदी गिरकर 1,923.74 डॉलर प्रति औंस रहा. यह 7 अप्रैल के 1,923.30 डॉलर प्रति औंस के भाव के बाद सबसे कम कीमत है. सोने के अलावा अन्य कीमती धातुओं के हाजिर भाव में भी गिरावट आई है. चांदी 1 फीसदी टूटकर 23.89 डॉलर प्रति औंस, प्लेटिनम 0.4 फीसदी गिरकर 927 डॉलर और पैलेडियम 2.9 फीसदी गिरकर 2,305.69 डॉलर के भाव पहुंच गया है. एक्सपर्ट का कहना है कि सोने की कीमतों में गिरावट का बड़ा कारण डॉलर की मजबूती भी है. एक्सपर्ट का मानना है कि अमेरिकी फेड रिजर्व की ओर से अगले महीने ब्याज दरों में बढ़ोतरी करने के बाद सोने-चांदी की कीमतों में और गिरावट आएगी. ग्लोबल मार्केट में सोना 1,905 डॉलर प्रति औंस तक जा सकता है, जबकि भारतीय बाजार में यह 52 हजार से नीचे जाएगा. एक्सपर्ट का अनुमान है कि सोना 51,650- 52,500 रुपये प्रति 10 ग्राम के रेंज में ठहरेगा. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने पिछले दिनों ग्लोबल इकॉनमी की विकास दर सुस्त रहने का अनुमान जताया. आईएमएफ ने कहा कि चालू वित्तवर्ष में ग्लोबल इकॉनमी 3.8 फीसदी के बजाए 3.6 फीसदी की दर से वृद्धि करेगी. इसके बाद ब्रेंट क्रूड की कीमतों में 5 फीसदी की गिरावट दिखी और पीली धातु की मांग पर भी दबाव बढ़ गया. आईएमएफ ने महंगाई बढ़ने को लेकर भी अनुमान जताया जिससे कीमती धातुओं के भाव में गिरावट रही, क्योंकि इसकी मांग सुस्त हो गई.