उत्तर प्रदेश
उपचुनाव में सपा उम्मीदवार डिंपल यादव ने 2 लाख 88 हजार से ज्यादा मतों से जीत हासिल की
सीएन, लखनऊ। उत्तर प्रदेश की मैनपुरी लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार डिंपल यादव ने 2 लाख 88 हजार से ज्यादा मतों से जीत हासिल की है. सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मैनपुरी लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में सपा प्रत्याशी डिंपल यादव ने भाजपा के रघुराज सिंह शाक्य को हराकर नया कीर्तिमान भी बनाया है. इस ऐतिहासिक जीत के साथ डिंपल यादव मैनपुरी लोकसभा सीट से पहली महिला सांसद बन गई हैं. डिंपल ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ मतगणना स्थल पर पहुंचकर जीत का प्रमाणपत्र लिया. इसके बाद अखिलेश और डिंपल मीडिया से मुखातिब हुए. अखिलेश यादव ने कहा कि ये जीत मैनपुरी के मतदाताओं की नेताजी (मुलायम सिंह यादव) को सच्ची श्रद्धांजलि है. इस जीत ने नकारात्मक राजनीति को पराजित किया है. दरअसल डिंपल यादव समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी और दिवंगत नेता मुलायम सिंह यादव की बहू हैं. डिंपल यादव को कुल 6 लाख 18 हजार 120 वोट मिले, जबकि दूसरे नंबर पर रहे बीजेपी के प्रत्याशी रघुराज सिंह शाक्य ने 3 लाख 29 हजार 659 वोट हासिल किए. सपा से डिंपल यादव और भाजपा के रघुराज सिंह शाक्य समेत छह प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतरे थे. गुरुवार की सुबह आठ बजे मतगणना शुरू हुई. शुरुआत से ही डिंपल यादव ने बड़ी बढ़त बना ली, जो मतगणना खत्म होने के बाद बड़ी जीत में बदल गई. 1996 के बाद मुलायम सिंह यादव ने मैनपुरी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और इसके बाद अब तक सपा कभी इस सीट से नहीं हारी. चुनाव में मुलायम का जलवा और डिंपल का चेहरा था. प्रचार में सैफई परिवार ने एकजुट होकर डिंपल के लिए वोट मांगे. इसका नतीजा भी उपचुनाव में सपा की बड़ी जीत के तौर पर सामने आया. उत्तर प्रदेश में एक लोकसभा और दो विधानसभा सीट पर उपचुनाव कराए गए थे. इसमें रामपुर विधानसभा सीट पर भाजपा उम्मीदवार आकाश सक्सेना और खतौली विधानसभा सीट पर रालोद उम्मीदवार मदन भैया ने जीत हासिल की है. मैनपुरी लोकसभा सीट समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुई थी. अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव ने भी डिंपल यादव का समर्थन किया था. उनके विधानसभा क्षेत्र जसवंतपुर में भी डिंपल यादव को ढेर सारे वोट मिले हैं. डिंपल यादव को 2019 के लोकसभा चुनाव में मुलायम सिंह यादव को मिले 94 हजार वोट के अंतर से जीत के तिगुना मार्जिन से विजय हासिल हुई है. डिंपल यादव सुबह से ही मैनपुरी की पांचों विधानसभा क्षेत्रों में आगे चल रही थीं. डिंपल यादव की जीत के बीच शिवपाल सिंह यादव ने सपा का दामन थाम लिया है. अखिलेश यादव ने प्रसपा का सपा में विलय कराया है. समाजवादी पार्टी के मुखिया रहे मुलायम सिंह यादव की लोकसभा सीट मैनपुरी पर परिवार की बहू डिंपल यादव ने विरासत का विजय पताका लहरा दिया है. उपचुनाव में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल ने बीजेपी कैंडिडेट रघुराज शाक्य को 2 लाख 88 हजार से ज्यादा वोटों के बड़े अंतर से हरा दिया. 64 परसेंट वोट के साथ डिंपल ने अपने ससुर मुलायम सिंह की 2019 की चुनावी जीत के अंतर से तिगुनी बड़ी जीत हासिल की है. वैसे इसी सीट पर 2014 में मुलामय 3.66 लाख वोट के अंतर से जीते थे. इसी सीट पर उनके पोते और लालू यादव के दामाद तेज प्रताप सिंह यादव भी 3 लाख से ज्यादा के मार्जिन से उप-चुनाव जीत चुके हैं. मैनपुरी में जीत के बाद डिंपल यादव ने कहा कि धन्यवाद देना चाहूंगी समाजवादी कार्यकर्ताओं का, मैनपुरी की जनता का, जिसकी वजह से इतनी बड़ी जीत मिली है. वहीं अखिलेश यादव ने कहा कि यह संदेश देता है कि नकारात्मक राजनीति कभी सफल नहीं हो सकती है. नेता जी ने लोगों को जोड़कर आपसी भाईचारे की जो राजनीति की है उसका समर्थन जनता ने किया है. मैं एक बार फिर मैनपुरी के मतदाताओं का धन्यवाद देता हूं. इससे पहले चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव व डिंपल यादव नवीन मंडी परिसर में पहुंचे. यहां जिला निर्वाचन अधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह ने उन्हें जीत का प्रमाणपत्र सौंपा. सपा प्रत्याशी की जीत पर जिलेभर में कार्यकर्ताओं में जश्न का माहौल रहा.