राजनीति
खरगे के आरोपों पर हंगामा, धनखड़ बोले- सबूत पेश करें, बीजेपी ने वाड्रा का मुद्दा उठाया
खरगे के आरोपों पर हंगामा, धनखड़ बोले- सबूत पेश करें, बीजेपी ने वाड्रा का मुद्दा उठाया
सीएन, नईदिल्ली। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर राज्यसभा में चल रही चर्चा में आज भी जमकर हंगामा हो रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने उद्योगपति गौतम अदाणी का नाम लेकर सरकार को घेरने की कोशिश की। पीएम मोदी पर भी कई गंभीर आरोप लगाए। भाजपा सांसदों के विरोध पर सभापति जगदीप धनखड़ ने खरगे को आरोपों के बदले सबूत पेश करने के लिए कह दिया। उधर, भाजपा ने भी खरगे पर पलटवार करते हुए राहुल गांधी के बहनोई रॉबर्ट वाड्रा का मुद्दा उठा दिया। आइए जानते हैं संसद में क्या-क्या हुआ? किसने क्या आरोप लगाए और भाजपा ने कैसे पलटवार किया? खरगे ने कहा, ‘आज नफरत हर जगह फैल रही है। हमारे ही प्रतिनिधि उसको बढ़ावा दे रहे हैं। मैं प्रधानमंत्री जी से पूछता हूं कि आप चुप क्यों बैठे हो। आप सबको डराते हो, नफरत फैलाने वालों को क्यों नहीं डराते हो। एक नजर पड़ी आपकी तो वो समझ जाएगा कि टिकट नहीं मिलेगा, चुप हो जाएगा। आप मौनी बाबा बनकर बैठे हैं इसलिए ये हालात बने हैं।’ मल्लिकार्जुन खरगे ने सांप्रदायिक और जातिगत भेदभाव का भी मुद्दा उठाया। कहा, ‘कहीं ईसाईयों के धार्मिक स्थल पर निगाहें हैं। दलित वर्ग मंदिर गया तो उसे मारते हैं, सुनवाई नहीं होती। दलितों को हिंदू मानते हैं ना तो उसे मंदिर में क्यों नहीं जाने देते? उसके घर जाकर खाना खाकर मंत्री फोटो शेयर करते हैं। जब धर्म एक है तो उसे मंदिर में क्यों नहीं जाने देते हो? एक तरफ वो हमारे साथ भी नफरत करते हैं। धर्म-जाति-भाषा के नाम पर नफरत कर रहे हैं। नफरत छोड़ो और भारत को जोड़ो। राष्ट्रपति राधाकृष्णन ने कहा था कि हिंदू हो या मुसलमान, राजा हो या किसान…सबका सम्मान करना चाहिए।’ खरगे ने कहा, ‘इस व्यक्ति (गौतम अदाणी) को जो प्रोत्साहन मिला है। बैंकों ने 82 हजार करोड़ लोन दिया। मोदीजी को मालूम होगा कि गुजरात में एक किसान को 31 पैसे बकाया के लिए नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट नहीं मिला। पैसा भी हमारा, पोर्ट, एयरपोर्ट भी हमारे। हमारे ही पैसे से ये सेक्टर खरीद रहे हैं। अगर पब्लिक सेक्टर जिंदा होते तो उसमें रिजर्वेशन होता, नौकरियां होतीं। बीएसएनल होता, या ऐसे पब्लिक सेक्टर होते तो 30 लाख रोजगार होता और 15 लाख रिजर्वेशन मिलता। 10 फीसदी इकोनॉमिकली वीकर सेक्शन को मिलता। सब प्राईवेट कर दे रहे हैं। जो रोजगार था, वो खत्म कर दे रहे हैं। आप तो गरीबों की बात करते हैं ना, आप पब्लिक सेक्टर क्यों खत्म कर रहे हैं। 10 लाख रोजगार यहां पर है। अडाणी को 82 हजार करोड़ दे दिए और उसके पास 20 हजार लोग काम करते हैं।’





































