राजनीति
हिमाचल में मुख्यमंत्री कौन होगा आज 3 बजे कांग्रेस विधायक लगायेंगे मुहर
हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री कौन होगा आज 3 बजे कांग्रेस विधायक लगायेंगे मुहर
सीएन, शिमला। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने 40 सीटें जीत ली हैं। वहीं अब सभी की नजर इस बात पर है कि हिमाचल में मुख्यमंत्री कौन होगा। सीएम को लेकर कांग्रेस विधायकों की आज दोपहर तीन बजे बैठक होगी। हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली प्रचंड जीत के बाद अब राज्य के अगले मुख्यमंत्री को लेकर कवायद तेज हो गई है। कांग्रेस में सीएम पद के कई दावेदार हैं, जिनके नाम पर चर्चा की जा सकती है। हिमाचल के अगले मुख्यमंत्री की दौड़ में हिमाचल कांग्रेस की अध्यक्ष प्रतिभा सिंह समेत पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू, मुकेश अग्निहोत्री, ठाकुर कौन सिंह और आशा कुमारी के नाम की चर्चा है। मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में कई नाम शामिल हैं। लेकिन इनमें सबसे आगे प्रतिभा सिंह का नाम आगे चल रहा है। इसके लिए प्रतिभा सिंह के बेटे और विधायक विक्रमादित्य सिंह अपनी सीट छोड़ने को तैयार हो गई है। हिमाचल के इतिहास की बात की जाए तो 75 साल के हुए हिमाचल प्रदेश में भाजपा केवल 21 साल तक ही सत्ता में रही है जबकि बाकी सारा वक्त कांग्रेस को ही सत्ता संभालने का मिला है। कांग्रेस ने चुनाव प्रचार में भी किसी नेता को इस पद के लिए प्रोमोट करने या आगे लाने का संकेत नहीं दिया। इस तरह से आने वाले सवालों को हर छोटे बड़े नेता ने एक ही जवाब दिया कि इसका फैसला चुने हुए विधायक करेंगे। इतने लंबे शासन में भी आज दिन तक कांग्रेस की सरकार में मुख्यमंत्री शिमला संसदीय क्षेत्र से ही बना है। सबसे पहले डॉ यशवंत सिंह परमार, फिर ठाकुर राम लाल और फिर वीरभद्र सिंह, कांग्रेस में तीन ही मुख्यमंत्री हुए हैं जो सभी शिमला संसदीय क्षेत्र से ही रहे हैं। डॉ. परमार सिरमौर के पच्छाद से, राम लाल शिमला के जुब्बल कोटखाई से तो वीरभद्र सिंह रोहड़ू व अर्की से विधायक रहे हैं। जहां तक भाजपा की बात है तो 1977 में जब जनता पार्टी की सरकार बनी तो कांगड़ा जिले से शांता कुमार मुख्यमंत्री बने, 1990 में वह फिर से मुख्यमंत्री बनाए गए। 1998 में यह मौका हमीरपुर संसदीय क्षेत्र को मिला जब हमीरपुर के बमसन जो अब भोरंज के नाम से हैं, से जीते प्रेम कुमार धूमल मुख्यमंत्री बन गए। 2007 में उन्हें फिर से मुख्यमंत्री बनाया गया। 2017 में यह अवसर मंडी संसदीय क्षेत्र को मिला जब ठाकुर जय राम मुख्यमंत्री बने। ऐसे में अब तक प्रदेश में चारों संसदीय क्षेत्रों को यह अवसर पर मिल चुका है मगर कांग्रेस अभी तक शिमला संसदीय क्षेत्र तक ही सीमित रही है जबकि तीनों अन्य क्षेत्रों में उसका कोई नेता इस पद पर नहीं पहुंच पाया है। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस बहुत हासिल कर सरकार बनाने जा रही है। प्रदेश कांग्रेस के सीनियर नेता मुख्यमंत्री बनने के लिए भागदौड़ शुरू कर चुके हैं। इस बीच हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा वीरभद्र सिंह ने परोक्ष रूप से मुख्यमंत्री पद के लिए दावेदारी जताई है। हिमाचल में कांग्रेस की जीत का श्रेय स्व. पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह देते हुए प्रतिभा सिंह ने कहा मैं यह नहीं कह रही हूं कि मैं मुख्यमंत्री की दौड़ में हूं, लेकिन हमने यह चुनाव स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के नाम पर जीता है। आप उन्हें और उनके परिवार को नजरअंदाज नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायक अपना नेता चुनेंगे। विधायक दल की बैठक में जो निर्णय लिया जाएगा उससे पार्टी आलाकमान को अवगत कराया जाएगा। समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा कि विधायक अपना नेता चुनेंगे। वे सबसे अच्छा निर्णय लेंगे, जिसे पार्टी के आलाकमान तक पहुंचाया जाएगा। उन्होंने कहा चंडीगढ़ पहुंचना सभी के लिए सुविधाजनक है इसलिए हमारे विजयी विधायकों की बैठक वहीं आयोजित की जाएगी। बता दें कि हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा वीरभद्र सिंह को मुख्यमंत्री पद के प्रमुख दावेदार के तौर पर देखा जा रहा है। प्रतिभा के अलावा कई सीनियर नेता मुख्यमंत्री पद के लिए दावेदारी कर रहे हैं।