उत्तर प्रदेश
माघ पूर्णिमा 4 या 5 फरवरी को, स्नान-दान से मिलेगा महापुण्य
माघ पूर्णिमा 4 या 5 फरवरी को, स्नान-दान से मिलेगा महापुण्य
सीएन, प्रयागराज। माघ माह में पड़ने वाली पूर्णिमा को माघ पूर्णिमा कहा जाता है। इस पूर्णिमा का अधिक महत्व माना गया है. हिंदू मान्यता के अनुसार, इस दिन स्नान, दान और जप करना अधिक फलदायी बताया गया है। देशभर में माघ पूर्णिमा पर कई तीर्थ स्थानों के तटों पर मेलों का आयोजन किया जाता है। माघ पूर्णिमा के दिन कावेरी, यमुना और गंगा अन्य नदियों में पवित्र स्नान किया जाता है। कुछ लोग माघ पूर्णिमा 4 फरवरी की बता रहे हैं और कुछ का कहना है कि माघ पूर्णिमा का पर्व 5 फरवरी 2023 को है। तो ऐसे में लोगों में इस साल माघ पूर्णिमा की डेट को लेकर संशय की स्थिति है। पंचांग के मुताबिक, माघ महीने की पूर्णिमा तिथि का शुरुआत 4 फरवरी 2023 को रात 09.21 मिनट से हो रही है। इसके अगले दिन यानि 6 फरवरी 2023 की रात को 11.58 को तिथि का समापन होगा। उदया तिथि के अनुसार माघ पूर्णिमा का 5 फरवरी 2023 को मनाया जाएगा।
मां लक्ष्मी की कृपा से होगा धन लाभ
माघ पूर्णिमा के दिन श्री सूक्त का पाठ, कनकधारा स्त्रोत और विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करने से मां लक्ष्मी की असीम कृपा प्राप्त होती है। माघ पूर्णिमा के दिन पीपल के पेड़ की पूजा करना शुभ माना जाताहै। क्योंकि पीपल में भगवान विष्णु, मां लक्ष्मी के साथ अन्य देवी-देवता वास करते हैं। इसलिए माघ पूर्णिमा के दिन पीपल में दूध मिलाकर जल अर्पित करें। इसके साथ ही घी का दीपक जलाएं। मां लक्ष्मी की असीम कृपा पाने के लिए माघ पूर्णिमा के दिन 11 पीले रंग की कौड़ियां लेकर इन्हें लाल या फिर पीले कपड़े में बांध लें। इसके बाद मां लक्ष्मी के समक्ष रखकर विधिवत पूजा कर लें। फिर उन्हें उठाकर तिजोरी या फिर अलमारी में रख लें। इससे धन लाभ होगा। अगर दांपत्य जीवन में किसी न किसी बात पर लड़ाई झगड़े होते रहते हैं, तो माघ पूर्णिमा के दिन पति-पत्नी स्नान आदि करने के बाद पीपल के पेड़ में जल चढ़ाएं। इसके साथ ही भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी से सुखी वैवाहिक जीवन के लिए प्रार्थना करें।