जन मुद्दे
वाहन चलने को बनाया था मार्ग अब पैदल चलने लायक भी नही रहा
बदहाली की दास्तां बयां करत ओखलकांडा का कौन्ता-पटरानी-ककोड़-हरीशताल मार्ग
सीएन, नैनीताल। देवभूमि उत्तराखंड की धरती पर आज भी समस्याओं का अंबार है शिक्षा सड़क चिकित्सा जैसी मूलभूत सुविधाओं से अनेक क्षेत्र वंचित है। सरकार चाहें विकास के लाख दावें करे परन्तु जमीनी हकीकत कुछ और ही है। बदहाली की दास्तां बयां करत ओखलकांडा का कौन्ता-पटरानी-ककोड़-हरीशताल मार्ग की दशा इतनी बदत्तर है कि इस मार्ग पर पैदल चलना ही दुश्वार हो गया है। कौन्ता के सामाजिक कार्यकर्त्ता दिनेश सिंह बिष्ट ने बताया कि इस मार्ग की दयनीय दशा के सुधार के लिए अनेकों बार आवाज उठाई गयी परन्तु किसी के कान में जूं तक नही रेंगी। उन्होनें बताया पीएमजीएसवाई के अंतर्गत निर्माणाधीन सड़क कौन्ता-पटरानी-ककोड़-हरीशताल की इस रोड का कटान चार वर्ष पूर्व हो गया था। तब से आज तक इस मार्ग की दशा को सुधारने के लिए कोई ठोस कदम नही उठाये गये शासन प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के चलते यह मार्ग पैदल चलने लायक भी नही है। सडक की सुरक्षा दिवारे ध्वस्त है कलमठ टूट चुके है मार्ग का मलवा लोगों के खेतों को नष्ट कर रहा है। उन्होंने कहा कि मार्ग की दशा को सुधारने के लिए शीघ्र ही ठोस कदम नहीं उठाए गए तो व्यापक आंदोलन किया जाएगा।