जन मुद्दे
महिलाओं की चुप्पी यौन उत्पीड़न करने वालों का बढ़ाती है हौसलाः किरण
सीएन, नोएड़ा। महिला उन्नति संस्था द्वारा नवरात्र के अवसर पर आयोजित नौ दिवसीय “मिशन शक्ति” महिला जागरूकता एवं सम्मान कार्यक्रम के तहत ग्रेटर नोएडा स्थित शारदा यूनिवर्सिटी में महिला सुरक्षा को लेकर कार्यशाला का आयोजन किया गया। “कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न” चर्चा का विषय रहा। कार्यशाला में महिलाओं ने बेबाकी से अपने विचार रखते हुए कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न को कामकाजी महिलाओं के लिए एक बड़ी चुनौती बताया जिससे महिलाओं को अंदर तक झकझोर देता है। एडवोकेट किरण ने छेड़छाड़ एवं यौन उत्पीड़न पर कहा कि अक्सर महिलाएं नौकरी जाने के भय शर्मिंदगी या खुद को कमजोर समझने के चलते खुद के साथ हुए यौन उत्पीड़न पर चुप्पी साध लेती है जो बिल्कुल भी सही नहीं। उनकी यह चुप्पी उत्पीड़न करने वालों का हौंसला बढ़ाती है। महिलाओं को चाहिए कि वो कार्यस्थल पर अपने साथ होने वाले किसी भी तरह के उत्पीड़न के खिलाफ चुप्पी तोड़कर उसका प्रतिकार करें। प्रतिकूल परिस्थिति में पुलिस और कानून का सहारा लें। संस्थापक डा राहुल वर्मा ने कहा कि महिलाओं को एक दूसरे का सहारा बनना चाहिए ताकि कोई भी व्यक्ति किसी महिला के साथ गलत व्यवहार नहीं करने पाए महिलाओं को चुप्पी तोड़कर खुद अपनी आवाज बुलंद करनी होगी तभी पुलिस या कानून उनकी मदद कर पायेगा। कार्यशाला में प्रदेश प्रवक्ता डा ओमवीर बघेल, प्रोफेसर दिव्या उत्प्रेति, एडवोकेट स्नेहा रस्तोगी, सोनाली गुप्ता, रश्मि देसाई, चारुलता, निकिता पांडेय, सुरभि मौर्य, शहनाज तबस्सुम, अंजलि मुस्कान और अंकिता मित्तल ने अपने विचार रखे।