उत्तराखण्ड
उत्तराखंड में अगले तीन दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट, एहतियात बरतने की सलाह
तेजी से आगे बढ़ रहा है मानसून, असम में हालात खराब, 108 लोगों की मौत
सीएन, देहरादून/नईदिल्ली। उत्तराखंड में अगले तीन दिनों में भारी बारिश के संभावना को देखते हुए मौसम विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है। विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक राज्य के कई जिलों में भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार प्रदेश में 26 से 28 तक कुमाऊं और गढ़वाल मंडल के पर्वतीय जिलों में भारी बारिश की संभावना है 28 जून को नैनीताल, चंपावत, बागेश्वर, पिथौरागढ़ जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने 26 से बारिश के आसार को देखते हुए भूस्खलन सड़कें बंद होना, पहाड़ में नदियों नाले के जलस्तर बढ़ना तथा निचले इलाकों में जलभराव की आशंका जताई है, लिहाजा एहतियात बरतने की सलाह दी है। असम में बाढ़ की स्थिति लगातार बेकाबू है। राज्य में अभी तक 108 लोगों की मौत हो चुकी है। मुख्यमंत्री हिमंत विश्व सरमा ने बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित सिलचर शहर का हवाई सर्वेक्षण किया है। असम के 30 जिलों में बाढ़ से 45.34 लाख लोग प्रभावित हुए हैं, जबकि 32 जिलों में बाढ़ से प्रभावित लोगों की संख्या 54.5 लाख हो चुकी है। इधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि केंद्र असम में बाढ़ की स्थिति पर लगातार नजर रख रहा है और इस चुनौती से निपटने के लिए हर संभव सहायता मुहैया कराने के लिए राज्य सरकार के साथ मिलकर काम कर रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी से उत्तर-पूर्व और उससे सटे पूर्वी भारत और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में अगले 5 दिनों के दौरान भारी बारिश की संभावना है। साथ ही उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय और नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने कहा है कि देश में दक्षिण पश्चिम मानसून तेजी से आगे बढ़ रहा है और अगले 5 दिनों के दौरान बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, विदर्भ और गंगीय पश्चिम बंगाल में भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने बीते 24 घंटे में बारिश का अपडेट देते हुए बताया कि पंजिम, कार निकोबार, महाबलेश्वर, पोरबंदर, जगदलपुर और पोर्ट ब्लेयर, चुर्क और डाल्टनगंज में भारी बारिश हुई है। वहीं सौराष्ट्र और कच्छ में कुछ स्थानों पर और पूर्वी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात क्षेत्र, विदर्भ, छत्तीसगढ़, ओडिशा, असम और मेघालय और लक्षद्वीप में अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ छींटे पड़े।