उत्तराखण्ड
सरकार की उपलब्धि सीएम को उपचुनाव लड़ाने को विस की सीट तैयार करना : यशपाल
मुख्यमंत्री और मंत्रीमण्डल के सदस्य अपने स्वागत एवं माल्यार्पण कार्यक्रमों में व्यस्त
सीएन, हल्द्वानी। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने सर्किट हाउस हल्द्वानी में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि पूर्ण बहुमत के साथ बनी उत्तराखण्ड सरकार की एक महीने की उपलब्धि केवल मुख्यमंत्री को उपचुनाव लड़ाने के लिये विधानसभा की एक सीट तैयार करना है। एक तरफ राज्य में इन दिनों बिजली पानी महंगाई बढ़ती बेरोजगारी और कई समस्याओं ने आम जनता का जीना दुष्वार कर रखा है। दूसरी और मुख्यमंत्री और मंत्रीमण्डल के सदस्य जनता की परेषानियों का हल खोजने के स्थान पर अपने स्वागत एवं माल्यार्पण कार्यक्रमों में व्यस्त हैं। सरकार के 30 दिन पूरे हो रहे हैं परन्तु रोजगार, मंहगाई पर रोकथाम, बिजली पानी की समस्या पर सरकार का कोई विजन एवं भविष्य को को रोड़मैप देखने को नहीं मिला है। मुख्यमंत्री भी किसी तरह का निर्णय लेने के बजाय अपने उप-चुनाव के नतीजों की इंतजार कर रहे दिख रहे हैं। इन गर्मियों में पहाड़ से लेकर मैदान तक मैदान मे पानी के लिये त्राहिमाम वाली स्थिति हो गई है। महिलाओं तथा बच्चों को दो-दो किलामीटर दूर से पानी लाना पड़ रहा है। बिना नये जल स्रोतों को जोड़े हर घर नल योजना के नल जनता को मुंह चिढ़ा रहे हैं। चुनाव के बाद सरकार ने उत्तराखण्ड की जनता से मिले बहुमत का ऋण बिजली के दाम बढ़ाकर वापस किया है। सरकार ने चुनाव जीतते ही एक तरफ बिजली के दाम बढ़ाये, दूसरी तरफ गर्मियों में बिजली कटौती कर उत्तराखण्ड में स्थिति कोढ़ में खाज जैसी हो गई है। बढ़ती गर्मी मं पानी और बिजली के संकट के बाद जंगलों की आग ने स्थिति ने और भयावह बना दिया है। जंगलों की आग गांवों-कस्बों तक पहुंच गई है। राज्य सरकार के मात्र एक माह कह अल्पकार्यकाल में राज्य में हत्या, चोरी,डकैती, मासूमों से बलात्कार जैसे जघन्य घटनाओं में भारी वृद्धि हुई है। राज्य में लगातार ये घटनायें गिरती कानून व्यवस्था उजागर करने के साथ-साथ राज्य की अस्मिता और सम्मान पर चोट पहंचा रही है। राज्य की जनता में भय का वातावरण व्याप्त है तथा आमजन विषेषकर महिलायें अपने को असुरक्षित महसूस कर रहीं हैं। सरकार पहले तो राज्य में विभिन्न भर्ती परीक्षाओं को आयोजित करने में असफल रही है। जिन परीक्षाओं के नतीजे भी आ रहे हैं उनसे बेरोजगार असंतुष्ट हैं। बेरोजगारों ने हाल ही में क्षुब्ध होकर नंगे पैर और फटे कपडो़ं के साथ देहरादून में प्रदर्षन किया है। विगत सात साल से नहीं हुई पुलिस भर्ती परीक्षा कब शुरू होगी सरकार यह बताने में भी नाकामयाब है। हमारे बच्चे सेना में भर्ती होने के लिये सड़कों में पसीना बहा रहे है पर डबल इंजन सरकार है कि फौज की भर्तियां नहीं खोल रही है। समय से भर्ती न खुलने से सेना में भर्ती होने में बड़ा योगदान देने वाले उत्तराखण्ड के हजारों युवा ओरएज हो गये हैं। राज्य के मुख्यमंत्री इस विषय को केन्द्रीय रक्षामंत्री के सामने लाते परन्तु इन्होने ऐसा नहीं किया। को-आपरेटिव भर्ती भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी है लेकिन उन्ही मंत्री को फर से सहकारिता विभाग देकर जांच को रफा-दफा करने का प्रयास किया जा रहा है। डबल इंजन सरकार के 30 दिन झूठ-फरेब और जुमलेबाजी के दिन साबित हुये हैं। डबल इंजन बाली सरकार मे मंहगाई आसमान छू रही है। उत्तराखण्ड की राजधानी में आज पैट्रोल 103.73 प्रति लीटर बिक रहा है वहीं डीजल 29 पैसे की बढ़त के साथ रूप्ये 97.34 प्रति लीटर में बिक रहा है। नीबंू और खाने के तेल के बाद अब मसाला आंख तरेर रहा है। हल्दी मिर्च धनिया, सोंफ, बड़ी इलायची, हींग की कीमतों के बात करें तो उसमें 25 से 35 फीसदी तक का इजाफा हुआ है।