उत्तराखण्ड
पहाड़ी इलाकों में सर्दियों के मौसम में उम्दा क्वालिटी की पी सकते हैं रम
पहाड़ी इलाकों में सर्दियों के मौसम में उम्दा क्वालिटी की पी सकते हैं रम
सीएन, नईदिल्ली। रम के लोग अक्सर सर्दियों के मौसम में पीना पसंद करते हैं. इसे अल्कोहल ड्रिंक को लेकर कई सारे दावे किए जाते हैं। शराब आपके शरीर को गर्म रखती है, तो रम की थोड़ी सी मात्रा आपको अंदर से गर्मी महसूस करा सकती है। पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के मौसम में लोग बेहद उम्दा क्वालिटी की रम को पी सकते हैं। अगर आप सही मात्रा में रम पीते हैं तो मांसपेशियों में किसी भी प्रकार के दर्द से भी छुटकारा मिल सकता है। बॉडी मसल पेन आपको शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है। गलत बॉडी पॉस्चर या जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज या आराम भी मांसपेशियों का दर्द दे सगता है। लेकिन अगर आप किसी गंभीर रोग से ग्रसित हैं या किसी भी प्रकार की सर्जरी से गुजरे हैं तो डॉक्टरी सलाह से रम लें तो बेहतर है। रम हृदय रोग के खतरे को कम करती है. रम आपके खून को गाढ़ा होने से रोकती है, यानी उसे पतला करती है। लिहाजा यह सीमित मात्रा में ली जाए तो दिल को सेहतमंद बनाए रखने में भी मददगार साबित हो सकती है। अगर आप सही मात्रा में रम उचित पौष्टिक स्वल्पाहार के साथ लेते हैं तो दिल से जुड़ी बीमारियों से बच सकते हैं। लेकिन इसकी आदत से बचा जाना चाहिए। सर्दी के खराब मौसम में नाक बंद हो जाना, नाक बहना जैसी जुकाम की समस्याएं भी हो जाती हैं। रम में एंटी माइक्रोब्रियल क्वॉलिटी भी होती है, जो खराब बैक्टीरिया को मारने का काम भी करती है। इसे गुनगुने पानी में लिया जा सकता है। मगर डॉक्टरी सलाह से ही इसे दवा की तरह लें। कई शोधों के अनुसार, रम में एंटीसेप्टिक प्रापर्टीज, मानसिक बीमारियों को रोकने और तनाव घटाने से जुड़ी प्रापर्टी भी मानी जाती हैं। आप रम रोजाना नियमित तौर पर लेते हैं तो शारीरिक स्वास्थ्य को परेशानी हो सकती है। लिहाजा ये सीमित मात्रा में दवा के तौर पर डॉक्टरी सलाह के बाद ही ली जाए तो बेहतर।