उत्तराखण्ड
प्री मानसून : उत्तरकाशी, बागेश्वर, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग ज़िलों में यलो अलर्ट जारी
उत्तराखंड के नैनीताल सहित विभिन्न हिस्सों में हो रही बारिश से जंगलों की आग बुझी
सीएन, देहरादून/नैनीताल/रुद्रप्रयाग/उत्तरकाशी। उत्तराखंड के नैनीताल सहित विभिन्न हिस्सों में हो रही बारिश से जंगलों की आग बुझ गई है। जिसके चलते वन विभाग ने चैन की सांस ली है। वन विभाग उम्मीद लगाए बैठा है कि अब तक हुई बारिश के बाद एक हफ्ते तक जंगलों में आग नहीं लगेगी। नैनीताल व उसके आसपास मंगलवार को सुबह 10 बजे झमाझम वर्षा हुई इस दौरान घूम रहे सैलानियों को बारिश से बचने के लिए इधर-उधर भागना पड़ा। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक प्री मानसून एक्टिविटी अभी दो तीन और बनी रहेगी। मौसम विभाग ने यह अनुमान भी दिया है कि चारों धामों समेत ऊंचे स्थानों पर आकाशीय बिजली, आंधी तूफ़ान और मध्यम बारिश तक हो सकती है। 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। आज 10 मई के लिए उत्तरकाशी, बागेश्वर, पिथौरागढ़, चमोली और रुद्रप्रयाग ज़िलों में यलो अलर्ट जारी करते हुए बताया गया है कि ओले भी गिर सकते हैं और यात्री मौसम के हिसाब से अपनी यात्रा प्लान करें। यही नहीं, एक खबर के अनुसार चार धाम यात्रा रूट यानी ऋषिकेश से रुद्रप्रयाग, रुद्रप्रयाग से जोशीमठ, जोशीमठ से बद्रीनाथ-हेमकुंड साहिब, रुद्रप्रयाग से केदारनाथ, ऋषिकेश से टिहरी, टिहरी से उत्तरकाशी, उत्तरकाशी से बड़कोट जैसे रास्तों पर आज मंगलवार को मौसम के तेवर यात्रियों के लिए सिरदर्द हो सकते हैं। उत्तराखंड में चार धाम यात्रा रूट पर 10 मई को मौसम को लेकर अलर्ट रहने की हिदायत जारी की गई है क्योंकि केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री समेत पहाड़ी इलाकों में बारिश व आंधी तूफ़ान के आसार हैं। अभी कुछ दिनों तक राज्य भर में प्री मानसून स्थितियां बनी रह सकती हैं और कुमाऊं के लगातार तरबतर होने के अनुमान भी हैं। इससे पहले बद्रीनाथ से लेकर उत्तरकाशी ज़िले और टिहरी में भी मौसम के तेवर बदले हुए देखे गए, जिससे लोगों को राहत मिलने की खबरें हैं।