उत्तराखण्ड
उत्तराखंड : कौशल विकास योजना में करोड़ों का भ्रष्टाचार, सुराज सेवा दल ने की जांच की मांग
उत्तराखंड : कौशल विकास योजना में करोड़ों का भ्रष्टाचार, सुराज सेवा दल ने की जांच की मांग
सीएन, हल्दवानी। सुराज सेवा दल के कुमाऊं मंडल अध्यक्ष विशाल शर्मा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से उत्तराखंड के मुख्यमंत्री को कौशल विकास योजना में हुए व्यापक भ्रष्टाचार की सीबीआई जांच की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया है कि पिछले पांच वर्षों में कौशल विकास योजना के तहत विभिन्न विभागों, कौशल विकास एवं सेवायोजन विभाग, ग्रामीण विकास मंत्रालय उत्तराखंड, सूचना प्रौद्योगिकी विकास एजेंसी, पंचायती राज विभाग, युवा कल्याण एवं प्रादेशिक विकास विभाग तथा जनजाति कल्याण विभाग ने प्रशिक्षण कार्यक्रमों के नाम पर संस्थाओं के साथ मिलकर लगभग 1000 करोड़ रुपये की धनराशि का दुरुपयोग किया है। यह राशि बेरोजगार युवाओं को प्रशिक्षण और रोजगार प्रदान करने के लिए थी लेकिन इसमें भ्रष्टाचार हुआ, जिससे लाखों युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ हुआ और प्रदेश की छवि को भी नुकसान पहुंचा। सुराज सेवा दल ने मांग की है कि मुख्यमंत्री इस मामले का तत्काल संज्ञान लें और सीबीआई जांच कराकर दोषी संस्थाओं और अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। साथ ही, भ्रष्टाचार में शामिल संस्थाओं से धनराशि की वसूली सुनिश्चित की जाए। यदि निष्पक्ष जांच नहीं की गई तो सुराज सेवा दल बड़े स्तर पर आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा। इस ज्ञापन सौंपने के दौरान सुराज सेवा दल के कुमाऊं मंडल अध्यक्ष विशाल शर्मा के साथ जिलाध्यक्ष नैनीताल डीके भट्ट, सुनीता भट्ट, कीर्ति दुमका, बलबीर सिंह, शंकर जोशी, पंकज चौहान, विनोद पाठक, कमल आर्य, प्रशांत सनवाल, योगेश भास्कर, सीएस बिष्ट, एस कन्याल, मान सिंह बुवर, पीएस परगाई, बहादुर सिंह नेगी, अमित चौहान, दीपक जोशी, नवीन पंत, अमरेंद्र सिंह और विजय दीपक सहित अन्य सदस्य उपस्थित रहे।