उत्तर प्रदेश
मरने से पहले जेल से बेटे को मुख्तार ने कहा-मेरी रूह रह जाएगी और बॉडी तो चली जाएगी
मरने से पहले जेल से बेटे को मुख्तार ने कहा-मेरी रूह रह जाएगी और बॉडी तो चली जाएगी
सीएन, लखनऊ। हम खड़े नहीं हो पा रहे हैं। शरीर में हिम्मत ही नहीं बची है। मैं बोल भी नहीं पा रहा हूं। लग नहीं रहा है कि ज्यादा बच पाएंगे। मेरी रूह रह जाएगी और बॉडी तो चली जाएगी। सिर्फ एक वक्त की ही नमाज पढ़ पा रहा हूं। बहुत बेहोशी टाइप की हो जा रही है। मैंने 18 मार्च से ही रोजा नहीं रखा है। ये शब्द मुख्तार अंसारी के हैं, जिसे मौत से पहले आखिरी ऑडियो बताया जा रहा है। जेल में बंद माफिया की अपने बेटे उमर अंसारी के साथ फोन पर हुई बातचीत वायरल हो गई है। मुख्तार की मौत से 1 या 2 दिन पहले का बताया जा रहा है। इसमें मुख्तार अपनी खराब हालत के बारे में बता रहा है। बेटा उमर बोलता है. आप हिम्मत बनाए रखिए पापा। आपसे ज्यादा हिम्मत किसके पास है। कुछ भी करके रोज बात कर लिया करिए। रमजान का पाक महीना है। इंशाअल्लाह हम लोग जल्द ही हज करेंगे। हम जल्द ही आपके लिए खजूर और जमजम लेकर आएंगे। आगे उमर कहता सुनाई पड़ रहा है कि हम लोग जल्दी मिलने आएंगे। ऑर्डर मिल जाएगा तो तुरंत ही आएंगे। हालांकि इस पूरे बातचीत में कहीं भी जहर देने की बात नहीं कही गई है, जैसा अंसारी के परिजन दावा कर रहे हैं। आरोप लगाया गया है कि जेल के अंदर स्लो पॉइजन देकर मुख्तार को मार डाला गया। बता दें कि मुख्तार अंसारी की तबीयत बिगड़ जाने पर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। फिर जेल में शिफ्ट कर दिया गया था। बुधवार को जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने एक बार फिर भी जांच कर उसकी हालत में सुधार का दावा किया था, लेकिन गुरुवार को देर शाम एक बार फिर उसकी हालत बिगड़ गई। मुख्तार बैरक में ही बेहोश होकर गिर गया, जिसे फौरन मेडिकल कॉलेज ले गया ले जाया गया। जहां इलाज के दौरान मुख्तार अंसारी की मौत हो गई।