उत्तर प्रदेश
सिब्बल और डिंंपल को सपा सुप्रीमो अखिलेश भेजेंगे राज्यसभा
कपिल सिब्बल ने लखनऊ पहुंचकर अखिलेश यादव से मुलाकात की
सीएन, लखनऊ। कपिल सिब्बल लखनऊ पहुंच गए हैं। उन्होंने सपा मुख्यालय पहुंचकर अखिलेश यादव से मुलाकात की। इसके बाद उनके साथ ही कार से नामांकन के लिए विधानसभा पहुंचे। अब तक कांग्रेस में रहे कपिल सिब्बल सपा की ओर से राज्यसभा के लिए नामांकन कर रहे हैं। राज्यसभा में रिक्त हुई सांसदों की सीट को लेकर सभी दलों में मंथन का दौर चल रहा है। बुधवार को सपा के टिकट पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने राज्यसभा की दूरी तय करने का समीकरण तैयार कर लिया है। उनके साथ ही सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने अपनी पत्नी डिंपल यादव और जावेद अली खान को राज्यसभा के लिए नामांकन के लिए मंजूरी दे दी है। ये तीनों बुधवार को ही नामांकन करेंगे. कपिल सिब्बल, सपा से नामांकन के लिए विधानसभा पहुंच गए हैं। उनके साथ अखिलेश यादव भी हैं। राज्यसभा में अभी सपा के कुल पांच सदस्य हैं। इनमें से कुंवर रेवती रमन सिंह, विशंभर प्रसाद निषाद और चौधरी सुखराम सिंह यादव का कार्यकाल 4 जुलाई को खत्म हो रहा है। अखिलेश यादव से नाराज बताए जा रहे आजम खान ने कल मीडिया से बातचीत में कहा था कि यदि कपिल सिब्बल को राज्यसभा भेजा जाता है तो सबसे ज्यादा खुशी उन्हें (आजम खान) होगी। वह पहले भी कपिल सिब्बल के प्रति आभार जता चुके हैं। आजम खान ने यह भी कहा कि कपिल सिब्बल जिस किसी पार्टी से राज्यसभा में जाएंगे यह उस पार्टी के लिए भी इज्जत की बात होगी। इस दौरान उनके साथ पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य रामगोपाल यादव भी मौजूद थे। वहां सिब्बल ने उन दोनों की मौजूदगी में राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया।
सिब्बल को समाजवादी पार्टी की तरफ से इसे बड़ा इनाम माना जा रहा है। वह सुप्रीम कोर्ट में आज़म खान के वकील हैं। खान ने इससे पहले मंगलवार को कहा था कि अगर पार्टी उन्हें राज्यसभा भेजती है तो सबसे ज़्यादा उन्हें खुशी होगी। बता दें कि आगामी राज्यसभा चुनाव में सपा के कोटे में तीन सीटें आ रही है। हालांकि इस बारे में जब पूछा गया तो अखिलेश ने कहा कि थोड़ी देर में मालूम चल जाएगा किसको किसको राज्य सभा भेजा जा रहा है। दरअसल, देश के 15 राज्यों की 57 राज्यसभा सीटों पर हो रहे चुनाव के लिए मंगलवार को अधिसूचना हुई। इसके साथ ही नामांकन दाखिल करने का सिलसिला शुरू हो जाएगा। नामांकन 31 मई तक दाखिल किए जा सकेंगे। राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस को अधिकतम 9 सीटें मिल सकती हैं लेकिन अगर सहयोगी दलों ने दरियादिली दिखाई तो यह आंकड़ा 10 से 11 तक पहुंच सकता है। इसी के तहत कपिल सिब्बल को यह टिकट दिया गया है।