देहरादून
उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़, बागेश्वर में हल्की बारिश व बर्फबारी का पूर्वानुमान
उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़, बागेश्वर में हल्की बारिश व बर्फबारी का पूर्वानुमान
सीएन, देहरादून/नईदिल्ली। आज मार्च महीने के पहला दिन है। उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में अभी भी मौसम का मिजाज सर्द बना हुआ है। कई जगहों पर तो अभी भी बर्फबारी और बारिश का दौर जारी है। इस बीच एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। जिससे मौसम के करवट बदलने के आसार हैं। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण पर्वतीय क्षेत्रों में आंशिक बादल मंडरा रहे और बर्फबारी की संभावना भी बढ़ गई है। आज गिलगित, मुजफ्फराबाद, जम्मू कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाकों में कई जगहों पर हल्की बारिश और हिमपात की संभावना है। देहरादून के ऊंचाई वाले इलाकों में आज हल्की बारिश हो सकती है। उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, पिथौरागढ़ और बागेश्वर में हल्की बारिश व बर्फबारी का पूर्वानुमान है। मौसम डायरेक्टर विक्रम सिंह ने बताया कि प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में बरसात के साथ तूफानी हवाएं चल सकती है. विभाग ने ख़ासतौर पर 01 और 02 मार्च को मौसम मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया है। मैदानी क्षेत्रों में मौसम शुष्क रह सकता है। इसके साथ ही पूर्वोत्तर के राज्य अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड और मणिपुर के कुछ इलाकों में तेज हवा के साथ बारिश और ओले गिरने के आसार जताए जा रहे हैं। निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट वेदर के मुतबाकि पश्चिमी हिमालय पर बारिश और बर्फबारी की संभावना है। कई जगहों पर तेज बर्फबारी भी हो सकती है। वहीं पंजाब, हरियाणा, उत्तर-पश्चिम राजस्थान, सिक्किम, असम, अरुणाचल प्रदेश, दक्षिण तमिलनाडु, केरल के कुछ हिस्सों और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के दक्षिणी हिस्सों में छिटपुट बारिश संभावना है। दिल्ली एनसीआर और उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश में हल्की से बहुत हल्की बारिश हो सकती है। इससे गेंहू और सरसों की फसल को नुकसान की आशंका जताई जा रही है। दिल्ली-एनसीआर में अधिकतम तापमान 30 डिग्री को पार कर 35 डिग्री के करीब पहुंचने को बेताब है। राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र में गर्मी पड़ने लगी है और कई जगहों पर तो पारा 40 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया है। उत्तर प्रदेश, बिहार, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड जैसे उत्तर भारत के राज्यों में भी पारा सामान्य से ऊपर है। जिससे लोगों को फरवरी में ही मई जैसी गर्मी का एहसास होने लगा है। पिछले सप्ताह देश के उत्तरी और पश्चिमी के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से 5-11 डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया। कई हिस्सों में पहले से ही अधिक तापमान दर्ज किया जा रहा है जो आमतौर पर मार्च के दूसरे-तीसरे सप्ताह में दर्ज किया जाता है। फरवरी के महीने में देश में गर्मी का जो मिजाज है वह इससे पहले आमतौर पर मार्च महीने में देखा जाता है। इसने इस साल भीषण गर्मी और लू को लेकर मौसम वैज्ञानिकों के साथ-साथ आम लोगों की चिंताओं को बढ़ा दिया है।