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युद्ध की आहट : अमेरिका ने पश्चिम एशिया भेजे युद्धपोत और लड़ाकू विमान
युद्ध की आहट : अमेरिका ने पश्चिम एशिया भेजे युद्धपोत और लड़ाकू विमान
सीएन, तेहरान। ईरान की राजधानी तेहरान में हमास नेता इस्माइल हनीयेह की हत्या के बाद ईरान और उसके सहयोगियों से संभावित खतरों के जवाब में संयुक्त राज्य अमेरिका पश्चिम एशिया या मध्य पूर्व में अपनी सैन्य उपस्थिति बढ़ा रहा है। पेंटागन ने संभावित जवाबी हमलों के खिलाफ एहतियात के तौर पर क्षेत्र में एक वाहक हमला समूह, एक लड़ाकू स्क्वाड्रन और अतिरिक्त युद्ध पोतों की तैनाती की घोषणा की। यह लामबंदी गाजा युद्ध की शुरुआत के बाद से मध्य पूर्व में अमेरिकी सेना की सबसे बड़ी गतिविधियों में से एक है जिसके दौरान पेंटागन ने क्षेत्रीय आतंकवादी समूहों को रोकने के लिए शुरू में दो वाहक हमला समूह भेजे थे। पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका ने भी क्षेत्र में अपनी सैन्य तैनाती बढ़ाने का फैसला किया है। अमेरिका ने पश्चिम एशिया में और युद्धक जहाज और लड़ाकू विमान तैनात करने का फैसला किया है। अमेरिका का यह फैसला ऐसे वक्त आया है, जब ईरान ने इजरायल पर हमले की धमकी दी है और दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया है। वहीं हिजबुल्ला भी अपने कमांडर की मौत के बाद से इजरायल पर हमले की फिराक में है। पेंटागन ने पश्चिम एशिया में मौजूद अपने युद्धपोत यूएसएस थियोडोर रूजवेल्ट की जगह लेने के लिए अपने युद्धपोत यूएसएस अब्राहम लिंकन को भेजा है। यह युद्धपोत के साथ ही लड़ाकू विमानों से युक्त स्ट्राइक ग्रुप भी पश्चिम एशिया भेजा गया है। साथ ही अमेरिका के रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने बैलिस्टिक मिसाइल से लैस क्रूजर और विध्वंसक जहाज भी यूरोपीय कमांड के अंतर्गत पश्चिम एशिया भेजने का आदेश दिया है। साथ ही लड़ाकू विमानों की एक स्क्वाड्रन भी भेजी जा रही है। बीते दिनों इस्राइल के गोलन हाइट्स वाले इलाके में हुए एक रॉकेट हमले में 12 इस्राइली किशोरों और बच्चों की मौत हो गई थी। इसके जवाब में हाल ही में इजराइल ने बेरूत में हमला कर हिजबुल्ला के कमांडर फौद शुक्र को ढेर कर दिया था। इसके कुछ ही घंटों बाद ईरान में एक इमारत को निशाना बनाकर किए गए हमले में हमास के शीर्ष नेता इस्माइल हानिया की मौत हो गई थी। इसका आरोप भी इस्राइल पर लगा है। इस घटना के बाद ईरान ने इजरायल को हमले की धमकी दी है। वहीं हिजबुल्ला भी बदला लेने की फिराक में है। यही वजह है कि पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ा हुआ है और इजरायल हमास युद्ध के अब पूरे क्षेत्र में फैलने का खतरा पैदा हो गया है। हनीयेह का अंतिम संस्कार कतर के दोहा में हुआ जिसमें हजारों लोग स्मारक सेवा में शामिल हुए। हत्या ने क्षेत्रीय स्थिरता को बढ़ा दिया है जिससे कई देशों ने अपने नागरिकों को देश छोड़ने के लिए कहा है। भारत ने अपने नागरिकों को लेबनान की यात्रा न करने की सख्त सलाह दी है। भारतीय एयरलाइंस ने 8 अगस्त 2024 तक तेल अवीव के लिए अपनी उड़ानें निलंबित कर दी हैं।