अंतरराष्ट्रीय
अफ़्रीकी मूल के लोगों के लिये आज 31 अगस्त को है यूएन अन्तरराष्ट्रीय दिवस
अफ़्रीकी मूल के लोगों के लिये आज 31 अगस्त को है यूएन अन्तरराष्ट्रीय दिवस
सीएन, नैनीताल। संयुक्त राष्ट्र 31 अगस्त, 2022 पर अफ्रीकी मूल के लोगों के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाया जा रहा है। बता दें संयुक्त राष्ट्र का उद्देश्य विश्व में अफ्रीकी डायस्पोरा के असाधारण योगदान को बढ़ावा देना और अफ्रीकी मूल के लोगों के खिलाफ सभी प्रकार के भेदभाव को खत्म करना है। यूएन ने इस दिन की स्थापना समाज के विकास के लिए अफ्रीकी मूल के लोगों की विविध विरासत, संस्कृति और योगदान के लिए अधिक मान्यता और सम्मान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की थी। यह दिन उनके मानवाधिकारों और मौलिक स्वतंत्रता के लिए सम्मान को बढ़ावा देने का भी प्रयास करता है। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने दिसंबर 2020 में अफ्रीकी मूल के लोगों के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस की स्थापना के प्रस्ताव को अपनाया था। जबकि विधायी, नीति और संस्थागत स्तरों पर कुछ प्रगति हुई है, अफ्रीकी मूल के लोग नस्लीय भेदभाव, हाशिए पर और बहिष्करण के परस्पर और मिश्रित रूपों से पीड़ित हैं। 19 जून 2020 को मानवाधिकार परिषद ने कानून प्रवर्तन अधिकारियों द्वारा बल के अत्यधिक उपयोग और अन्य मानवाधिकारों के उल्लंघन के खिलाफ अफ्रीकियों और अफ्रीकी मूल के लोगों के मानवाधिकारों और मौलिक स्वतंत्रता के प्रचार और संरक्षण, पर संकल्प को अपनाया गया। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने इस दिन की स्थापना समाज के विकास हेतु अफ्रीकी मूल के लोगों की विविध विरासत, संस्कृति और योगदान के लिये अधिक मान्यता एवं सम्मान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की थी। यह दिन उनके मानवाधिकारों और मौलिक स्वतंत्रता के लिये सम्मान को बढ़ावा देने का भी प्रयास करता है। इसके अलावा यह दिवस डरबन घोषणा और कार्रवाई कार्यक्रम के 20 साल बाद नस्लवाद को समाप्त करने की दिशा के आलोक में महत्त्वपूर्ण है। दूसरी तरफ लैटिन अमेरिका में अफ्रीका के लगभग 134 मिलियन लोग हैं और वे गरीबी, बुनियादी सेवाओं तक पहुँच की कमी एवं असमानता से पीड़ित हैं। ब्राज़ील में कुल गरीबी दर 11.5 प्रतिशत है जबकि वहाँ अफ्रीकी मूल के लोगों में गरीबी 25.5 प्रतिशत है।