अंतरराष्ट्रीय
यूक्रेनी कमांडर की रूस को दो टूक-हथियार नहीं डालेंगे हम
मॉस्को बार-बार दे रहा अल्टीमेटम, शहर मारियुपोल को रूसी सैनिकों ने घेरा
सीएन, कीव। यूक्रेन के दक्षिणी बंदरगाह शहर मारियुपोल को रूसी सैनिकों ने घेरा हुआ है। इसी शहर के एक हिस्से में यूक्रेनी सेना भी अपने आखिरी गढ़ पर मजबूती से डटी है। यूक्रेनी सेना की इसी यूनिट के कमांडर ने अब कहा कि उनके सैनिक आत्मसमर्पण नहीं करेंगे। इस शहर पर रूस लगातार गोलाबारी कर रहा। दवाप समाचार एजेंसी के मुताबिक, 36वीं सेपरेट मरीन ब्रिगेड के मेजर सेरही वोलिना ने कहा, “मेरे सैनिक लड़ाकू अभियान जारी रखेंगे। जब तक हम उन पर जीत हासिल नहीं कर लेते हैं, हमारे सैन्य ऑपरेशन जारी रहेंगे।” यूक्रेनी सेना अजोवस्टल आयरन एंड स्टील वर्क्स नाम के एक प्लांट में छिपी है। यूक्रेन के सैनिक अपने संख्या में बहुत ज्यादा रूसी सैनिकों से लड़ रहे हैं। वोलिना ने कहा, “हम अपने हथियार नहीं डालेंगे।” एक सैटेलाइट कनेक्शन पर बोलते हुए, उन्होंने कहा कि उनकी सेना रूसी की तरफ से दी रही, सेफ रूट की गारंटी पर कतई भरोसा नहीं करेगी। उन्होंने कहा, “कोई भी रूसियों पर विश्वास नहीं करता है।” वोलिना ने दुनिया के नेताओं, विशेष रूप से राष्ट्रपति बाइडन से एक “रेस्क्यू ऑपरेशन” करने के लिए एक भावुक अपील की। उन्होंने कहा कि कोई तीसरा देश मारियुपोल छोड़ने वाले सैनिकों और नागरिकों की सुरक्षा का आश्वासन दे। क्रेमलिन ने मारियुपोल में छिपे यूक्रेनी लड़ाकों के लिए एक नया अल्टीमेटम जारी किया है। इसमें रूस ने कहा कि स्थानीय समय बुधवार दोपहर 2 बजे तक आत्मसमर्पण करे या फिर अपने अंत का सामना करना पड़ेगा। कीव की सेना, एक स्टील प्लांट में है। मंगलवार की डेड लाइन भी बीत चुकी है। विश्लेषकों का कहना है कि रूसी अधिकारी और मीडिया जल्द ही जीत की घोषणा करने की उम्मीद में आस-पास इकट्ठा हो रहे हैं। मारियुपोल पर कब्जा करना रूस के लिए एक महत्वपूर्ण जीत होगी। रूसी सेना राजधानी कीव के आसपास के कई शहरों से पीछ हट गई है। इसके बाद रूसी सेना को अपने सबसे महत्वपूर्ण युद्धपोतों में से एक, मोस्कवा के डूबने का सामना करना पड़ा है। यह रूस के लिए क्रीमिया के रूसी-नियंत्रित रीजन और पूर्व में डोनबास रीजन के बीच एक लैंड ब्रिज के तौर पर भी काम करेगा। जहां मॉस्को अब अपने आक्रामक पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। वोलिना ने कहा कि रूसी “लगातार अलग-अलग सिस्टम के विमानन, तोप और नौसैनिक तोप का इस्तेमाल कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि “टैंकों और पैदल सेना से लड़ने वाले वाहनों के कवर के साथ हमले की कार्रवाई करने की भी कोशिश कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि इस प्लांट में नागरिकों समेत कम से कम 500 लोग घायल हुए हैं। हालांकि, उन्होंने प्लांट में सैनिकों की संख्या का खुलासा करने से इनकार कर दिया, जिसमें अज़ोव बटालियन के सदस्य भी शामिल हैं, जो यूक्रेन के राष्ट्रीय गार्ड और पुलिसकर्मियों और सीमा रक्षकों का एक हिस्सा है।