क्राइम
पति की मौत के बाद दिव्यांग 10 वर्षीय पुत्र एवं पांच वर्षीय पुत्री को छोड़ मां प्रेमी संग हुई फरार
पति की मौत के बाद जन्म से दिव्यांग 10 वर्षीय पुत्र एवं पांच वर्षीय पुत्री को छोड़ मां प्रेमी संग हुई फरार
सीएन, जमशेदपुर। कहावत है कि मां की ममता कभी निर्दयी नहीं हो सकती. लेकिन एक कलियुगी मां ने अपनी निर्दयता का परिचय दिया है. पति की मौत के बाद जन्म से दिव्यांग 10 वर्षीय पुत्र तथा पांच वर्षीय पुत्री को छोड़कर वह अपने प्रेमी के साथ फरार हो गई. मामला जमशेदपुर पोटका प्रखंड के जादूघुटू का है. गांव के दिवंगत दामोदर सोरेन के दो बच्चे हैं. 10 वर्षीय दुलाराम सोरेन एवं पांच वर्षीय पुत्री बाले सोरेन. दामोदर सोरेन अक्सर बीमार रहते थे. जिसके कारण तीन वर्ष पूर्व उनका निधन हो गया. दामोदर सोरेने के निधन के कुछ महीनों बाद उनकी पत्नी रायमनि सोरेन दोनों बच्चों को छोड़कर दूसरे व्यक्ति के साथ फरार हो गई. दोनों बच्चों की परवरिश बूढ़े दादा-दादी के जिम्मे आ गई. हालांकि कुछ दिनों बाद पांच वर्षीय बाले सोरेन को उसके मामा-मामी अपने घर ले गए तथा वहीं रखकर परवरिश कर रहे हैं. जादुघुटू गांव के उक्त दोनों भाई बहन के अलावे 12 वर्षीय साजन मुर्मू (पिता कुंअर मुर्मू) भी मानसिक रूप से दिव्यांग है. इसकी जानकारी डोमजुड़ी पंचायत की मुखिया अनिता मुर्मू ने पोटका के पूर्व पार्षद करूणामय मंडल को दी. करूणामय मंडल ने मुखिया तथा अन्य पंचायत प्रतिनिधियों के साथ उक्त दोनों दिव्यांग बच्चों को जाकर देखा तथा परिजनों से भेंटकर पूरी जानकारी प्राप्त की. करूणामय मंडल ने बताया कि दोनों दिव्यांगों का अभी तक आधार कार्ड नहीं बन पाया है. जिसके कारण उन्हें सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है. पूर्व पार्षद ने पोटका के बीडीओ से दोनों दिव्यांगों का आधार कार्ड बनवाने का आग्रह किया. आधार कार्ड बन जाने के बाद दोनों का दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाकर उन्हें स्वामी विवेकानंद प्रोत्साहन भत्ता से जोड़ा जाएगा. जिससे उनकी परवरिश हो सके. उन्होंने कहा कि नील दीप निःशक्त सेवा अभियान के तहत दिव्यांगो की सहायता की जाती है. करुणामय मंडल ने बताया कि माता-पिता विहीन बच्चों के लिये सरकार ने स्पांसरशिप एवं फोस्टर केयर योजना शुरू की है. स्पांसरशिप योजना के तहत अनाथ बच्चों की परवरिश करने वाले गार्जियन को सरकार की ओर से प्रत्येक माह एक निश्चित राशि प्रदान की जाती है. जिससे बच्चे की पढाई-लिखाई के साथ-साथ उसकी अच्छि परवरिश हो सके. दिव्यांगों से मिलने के दौरान वार्ड सदस्य अंजली मुर्मू, निर्मल बेसरा, दीपक कुमार भकत तथा अन्य उपस्थित थे.