क्राइम
जहांगीरपुरी पहुंची पुलिस की टीम पर पथराव, तनाव बढ़ा
आरएएफ की अतिरिक्त तैनाती के बाद अब नियंत्रण में हैं हालात
सीएन, नईदिल्ली। दिल्ली के जहांगीरपुरी में शनिवार को हुई सांप्रदायिक हिंसा के आरोपियों की धर-पकड़ करने गई पुलिस पर सोमवार को पथराव किया गया है। बताया जा रहा है कि पुलिस पर चार-पांच पत्थर फेंके गए हैं। इस दौरान एक पुलिसकर्मी को हल्की चोट भी आई है। दरअसल गोली चलाने वाले शख्स सोनू जो अभी फरार चल रहा है. उसकी साली को दिल्ली पुलिस पूछताछ के लिए लेकर आई थी। जिसके कारण स्थानीय महिलाओं ने हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस सोनू को गिरफ्तार करने के लिए भी पहुंची है। हालांकि आरएएफ की अतिरिक्त तैनाती के बाद अब हालात नियंत्रण में हैं। जब इस बारे में एडिशनल डीसीपी मयंक बंसल से ताजा पत्थरबाजी के बारे में पूछा गया तो वह बोले कि, मुझे हालात का जायजा लेने दीजिए, फिर कुछ कह सकूंगा। दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जयंती की शोभायात्रा पर शनिवार को पथराव के बाद भड़की हिंसा मामले की जांच करने के लिए एफएसएल की टीम सोमवार सुबह घटनास्थल पर पहुंची है। टीम यहां से फॉरेंसिक सबूत जुटाएगी। फॉरेंसिक टीम मस्जिद व उसके आसपास की गलियों में जाकर जांच कर रही है और जिन छतों से पथराव किए गए उनकी भी जांच की जा रही है। दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जयंती की शोभायात्रा पर शनिवार को पथराव के बाद भड़की हिंसा मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी अंसार समेत 21 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इनके अलावा 2 नाबालिग भी पकड़े गए हैं। करीब 21 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने रविवार को 14 आरोपियों को अदालत में पेश किया, जहां से 12 को जेल भेज दिया गया, जबकि अंसार और गोली चलाने का आरोपी असलम एक दिन की पुलिस हिरासत में हैं। गृहमंत्रालय ने एहतियातन सीआरपीएफ और आरएएफ की पांच और कंपनियां इलाके में भेजी हैं। दिल्ली पुलिस ने मामले की जांच अपराध शाखा को सौंप दी है। जिला पुलिस उपायुक्त उषा रंगनानी ने बताया कि हिंसा के दौरान पुलिस के आठ जवानों समेत 9 लोग जख्मी हुए थे। इनमें एक एसआई के हाथ में गोली लगी थी। रविवार को कुछ नए वीडियो सामने आए, जिनके आधार पर जांच की जा रही है। इलाके की अमन कमेटियों से बात कर माहौल को शांत करने की कोशिश कर रहे हैं। दिल्ली पुलिस के विशेेष आयुक्त दीपेंद्र पाठक (कानून-व्यवस्था) रविवार को दिनभर मौके पर रहे। उन्होंने बताया कि हालात नियंत्रण में हैं। पुलिस ने 200 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज और वीडियो को कब्जे में लिया है। इन्हीं के आधार पर गिरफ्तारियां की गईं हैं। पुलिस पूछताछ में पता चला कि अंसार और उसके साथियों ने शोभायात्रा निकाल रहे लोगों से बहस की। इसके बाद बात बढ़ी तो पथराव हो गया। इस बीच गोली भी चली। हालात बिगड़े तो पुलिस ने आंसू गैस के गोले चलाकर भीड़ को खदेड़ा। करीब 45 मिनट से एक घंटे तक भीड़ ने हंगामा किया।
रविवार को हिंसा का नया वीडियो सामने आया, जिसमें नीला कुर्ता और सफेद पजामा व टोपी लगाए युवक पिस्टल से भीड़ पर गोली चला रहा है। यह व्यक्ति गोली चलाने के आरोप में पकड़े गए असलम से अलग है। अधिकारियों का कहना है कि इसकी भी पहचान कर ली गई है और तलाश की जा रही है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे हिंसा के वीडियो और फोटो पुलिस से साझा करें। जहांगीरपुरी में हुई हिंसा के बाद से राजधानी अलर्ट मोड पर है। सभी संवदेनशील इलाके में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। हर जिले में पुलिस उपायुक्त और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अमन कमेटियों के साथ बैठक कर लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील कर रहे हैं। जमीयत-उलमा-ए-हिंद के लोग भी जहांगीरपुरी पहुंचे और लोगों से मुलाकात कर शांति बनाए रखने की अपील की।