क्राइम
आरक्षी की पत्नी की सनसनीखेज हत्या के आरोपी को नैनीताल पुलिस ने किच्छा से किया गिरफ्तार
, ग्रिल बनाने का बहाना बनाकर हथौडे से की थी हत्या, डीजीपी ने की पुलिस टीम को 1 लाख रूपये पुरस्कार देने की घोषणा
सीएन, नैनीताल। तीन नवंबर को हल्द्वानी में पुलिस कर्मी की पत्नी की हत्या का नैनीताल पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। मृतका के बेटे ने कपिल बिष्ट द्वारा थाना मुखानी मे आकर सूचना दी गयी कि उसके घर का लॉकर टूटा हुआ है तथा उसकी माँ कहीं दिखाई नहीं दे रही है। उक्त सूचना के आधार पर थानाध्यक्ष मुखानी द्वारा तत्काल थाने से मउनि बबीता मेहरा मय पुलिस बल को सूचनाकर्त्ता बालक के घर रवाना किया गया। थोड़ी ही देर में उस बालक की माँ की हत्या होने की सूचना मिलने पर श्री रमेश सिंह बोहरा थानाध्यक्ष मुखानी, श्री भूपेन्द्र सिंह धौनी क्षेत्राधिकार हल्द्वानी, श्री हरबंस सिंह एसपी सिटी हल्द्वानी, डॉ. जगदीश चन्द्र एस0पी0 अपराध/यातायात नैनीताल तथा डॉग स्क्वॉड एवं फोरैन्सिक टीम भी घटना स्थल पर पहुँच गये। तद्पश्चात श्री पंकज भट्ट, वरिष्ट पुलिस अधीक्षक नैनीताल भी स्वयं घटना स्थल का निरीक्षण करने पहुँचे। घटनास्थल पर मौजूद फोरैन्सिक टीम द्वारा घटना स्थल का सूक्ष्मता से अध्ययन कर घटना के साक्ष्यों को एकत्रित किया गया। एस0एस0पी0 नैनीताल द्वारा घटना स्थल का अवलोकन कर अधीनस्थ अधिकारियों तथा थानाध्यक्ष मुखानी को घटना का तत्काल अनावरण करने तथा आरोपियों को गिरफ्तार करने के कड़े निर्देश दिये गये। मुखानी क्षेत्र में आरक्षी की पत्नी की हुई हत्या के सम्बन्ध में श्री अशोक कुमार, पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड महोदय द्वारा घटना का स्वतः संज्ञान लेते हुये श्री पंकज भट्ट वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल को घटना का तत्काल अनावरण कर अभियुक्तों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिये गये साथ ही श्री नीलेश आनन्द भरणे पुलिस उप-महानिरीक्षक कुमाऊँ परिक्षेत्र नैनीताल को भी अभियोग में की जा रही पुलिस कार्यवाही की समय-समय पर अध्यावधिक स्थिति ज्ञात करने हेतु निर्देशित किया गया।
1. अभियोग का पंजीकरण-थाना मुखानी में वादी श्री शंकरसिंह बिष्ट पुत्र स्व0 मोहन सिंह बिष्ट स्थाई निवासी इमली धड़ा कालिका कॉलोनी गली नं0- 06 लोहरियासाल तल्ला थाना मुखानी जिला नैनीताल की तहरीर के आधार पर तत्काल धारा 302/394 भादवि बनाम अज्ञात पंजीकृत किया गया आरोपी से पूछताछ करने पर ज्ञात हुआ कि लगभग ढेड से 02 वर्ष पूर्व उसने आरक्षी शंकर सिंह बिष्ट के घर पर ग्रिल का काम किया था। उसे मालूम था कि उसकी पत्नी भी अकेले ही घर पर रहती है। उसे पता था कि उसे देखकर वादी की पत्नी उसे अपने घर में आने देगी। वह कर्जे में डूबने के कारण पैसे जुटाने के लिये वादी के घर में लूट की योजना बनाकर अपनी मोटर साईकिल की पहचान बदलकर व नम्बर प्लेट मे कपडा बांध कर अपने जेब में एक हथोडा लेकर गया। लूट करने के लिये उसके द्वारा वादी की पत्नी से अन्य जगह ग्रिल लगाने के लिये ग्रिल की फोटो खीचने व पानी पीने का बहाना बनाकर अपने जेब में रखे हथोडे से मृतका महिला के सिर पर पीछे से हथोडे से लगातार वार कर मौत के घाट उतार दिया और वादी के घर से जेवरात व नगदी लूट कर फरार हो गया।