धर्मक्षेत्र
अंडरवर्ल्ड डॉन नहीं महामंडलेश्वर कहिए, जेल में पीपी को दीक्षा देने के मामले ने तूल पकड़ा
अंडरवर्ल्ड डॉन नहीं महामंडलेश्वर कहिए, जेल में पीपी को दीक्षा देने के मामले ने तूल पकड़ा
सीएन, अल्मोड़ा/हरिद्वार। छोटा राजन गैंग में शामिल रहे प्रकाश पांडे का नाम दर्जनों हत्याओं, फिरौती, अपहरण में आ चुका है। फिल्म सुपरस्टार शाहरुख खान से रंगदारी मांगने वाले प्रकाश उर्फ पीपी उर्फ बंटी पांडे को वियतनाम से गिरफ्तार किया गया था। उसको अब सन्यासी प्रकाशानंद गिरी के नाम से जाना जाएगा। सुपारी किलर, अंडरवर्ल्ड माफिया और तस्कर के तौर पर अपनी पहचान रखने वाला एक दुर्दांत अपराधी अब महामंडलेश्वर बन गया है। 14 साल पहले विदेश से गिरफ्तारी के बाद से उम्रकैद की सजा काट रहे प्रकाश पांडे अब संत बनकर समाज को धर्म और नैतिकता का रास्ता दिखायेगा। छोटा राजन गैंग में शामिल रहे प्रकाश का नाम दर्जनों हत्याओं, फिरौती, अपहरण में आ चुका है। फिल्म सुपरस्टार शाहरुख खान से रंगदारी मांगने वाले प्रकाश पांडे उर्फ पीपी उर्फ बंटी पांडे को वियतनाम से गिरफ्तार किया गया था। उत्तराखंड के अल्मोड़ा की जेल में बंद प्रकाश कुख्यात डॉन प्रकाश पांडेय को अब स्वामी प्रकाशानंद गिरी के नाम से जाना जाएगा। पंच दशनाम जूना अखाड़ा की तरफ से अल्मोड़ा पहुंचे अखाड़ा के महंतों ने उन्हें जिला जेल में दीक्षा दी। इसके साथ ही उन्हें जूना अखाड़े के कई मठोंए आश्रमों का उत्तराधिकारी भी घोषित किया गया है। श्री पंच दसनांग जूना अखाड़ा के थानापति राजेंद्र गिरी ने बताया कि प्रकाशानंद गिरी ऊर्फ प्रकाश पांडे पीपी की तरफ से धार्मिक क्षेत्र में जाने की इच्छा जताई गई थी। अल्मोड़ा जेल के जेलर जयंत पंागती ने बताया कि बीते दिनों कुछ सन्यासी और धार्मिक संत जेल में प्रकाश से मुलाकात करने आए थे। मुलाकात के दौरान धर्म पर चर्चा हुई जो उनका निजी विषय है। इसमें जेल प्रशासन का कुछ भी लेना-देना नहीं है। वहीं उत्तराखंड के डीआईजी जेल दधीराम मौर्य ने कहा है कि उन्हें इसके बारे में सोशल मीडिया से जानकारी मिली। हमने आंतरिक जांच शुरू की है। इधर पंच दशनाम जूना अखाड़ा ने पीपी को सन्यास दिलाने के मामले को गंभीरता से लेते हुए श्री पंच दसनांग जूना अखाड़ा के थानापति राजेंद्र गिरी व अन्य साधुओं से स्पष्टीकरण मांगा है। वहीं इस मामले में श्री पंच दसनांग जूना अखाड़ा की ओर से मामले की जांच भी की जारही है। नैनीताल के एक छोटे से गांव से निकलकर मुंबई और फिर वियतनाम तक सिक्का जमाने वाले प्रकाश पांडे की कहानी भी दिलचस्प है। रिटायर फौजी पिता के बेटे पीपी ने स्कूल में मारपीट से जो सिलसिला शुरू किया तो फिर जिले और प्रदेश में अवैध शराब की तस्करी तक चला। साथ ही वह जुर्म की दुनिया में भी आ गया। 90 के दशक में वह मुंबई में छोटा राजन गैंग से जुड़ गया। कहा तो यह भी जाता है कि उसने एक बार दाऊद इब्राहिम को मारने की कोशिश भी की थी। उत्तराखंड से लेकर दिल्ली और मुंबई तक में हुई तमाम हत्याओं में उसका नाम सामने आया। वह फिरौती और रंगदारी के धंधे में भी शामिल रहा। धीरे-धीरे उसने अपनी ही एक गैंग बना ली। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार साल 2007 में सुपरस्टार शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण की ब्लॉकबस्टर फिल्म ओम शांति ओम की सफलता के बाद उसने फिरौती भी मांगी थी। इसके बाद वह वियतनाम में जाकर गैंग को चलाने लगा। 2010 में उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। इन दिनों पीपी अल्मोड़ा जेल में उम्रकैद की सजा काट रहा है। उसके साधु बनने के पूरे प्रकरण को शासन ने भी गंभीरता से लिया है।