अल्मोड़ा
भारत ने कला व साहित्य में प्राचीन काल से अपनी अद्वितीय छोड़ी है छाप : प्रो. जोशी
सीएन, अल्मोड़ा। सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के प्रोफेसर शेख़र चन्द्र जोशी संकायाध्यक्ष दृश्य कला विभागाध्यक्ष चित्रकला हर्ष विद्या मंदिर पीजी कॉलेज रायसी हरिद्वार में कला साहित्य और डिजिटल क्रांति विषय पर विगत दिनों आधार व्याख्यान देकर लौटे. आयोजकों ने जोशी की उपलब्धि के मध्येनजर उन्हें इस संगोष्ठी का मुख़्य अतिथि भी बनाया गया था. उन्होंने कहा कि भारत कला और साहित्य में प्राचीन काल से अपनी अद्वितीय छाप छोड़ता आया है. आज डिजिटल युग में भी इन्नोवेटिव काम कर प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहा है. डिजिटल आर्ट में भी सॉफ़्टवेअर व टूल्स की मदद से नूतन प्रयोग कर बड़े ही सार्थक व मनोहारी डिजिटल चित्रण कर रहा है. सभी को @ 47 विकसित भारत में अपना योगदान देने में डिजिटल क्रांति में अपनी आहुति देनी हैं. भारत को विश्व गुरु बनाना है. इस अवसर पर उन्होंने डिजिटल चित्रों सहित अपने चित्र व नखचित्र भी दिखाए. सभी ने प्रोफेसर जोशी के काम और आधार व्याख़्यान की प्रशंसा की. उनकी उपलब्धि पर सभी कलाकारों साहित्यकारों शिक्ष्कों व छात्रों ने उन्हें बधाई दी.