नैनीताल
प्रबंधन ने आंदोलन के लिए भड़काने वाली छात्राओं को सस्पेंड किया
सीएन, नैनीताल। ज्योलीकोट स्थित नैंसी कॉलेज प्रबंधन ने अहम फैसला लिया है प्रबंधन ने आंदोलन के लिए भड़काने वाली छात्राओं को सस्पेंड कर दिया गया है। 1 मई को छात्रा ने धरना प्रदर्शन कर आरोप लगाया था कि कॉलेज में छात्राओं के साथ आपत्तिजनक हरकतें तथा उत्पीड़न किया जा रहा है। विद्यालय के एक शिक्षक द्वारा कुछ छात्राओं को कई सारे मैसेज भेजे जा रहे हैं यही नहीं संबंधित शिक्षा पर यह भी आरोप था कि उन्होंने कॉलेज की ही एक शिक्षिका से अभद्रता की थी।वही शुक्रवार को आयोजित प्रेस वार्ता में छात्रों ने बताया कि कॉलेज की कुछ सीनियर छात्राओं ने कॉलेज से निष्कासित किए गए शिक्षक को वापस कॉलेज में लाने की मांग को लेकर सभी छात्राओं को भड़काया और उग्र आंदोलन करने को कहा था। जिस पर छात्राओं ने 1 मई को कॉलेज में बखेड़ा खड़ा कर दिया और कॉलेज प्रबंधन पर मानसिक और शारीरिक रूप से परेशान करने का आरोप लगा दिया। छात्राओं ने कॉलेज प्रबंधन से 24 घंटे मोबाइल का प्रयोग करने, सुबह जल्दी उठाने एक्स्ट्रा क्लास ना लगाने की मांग की थी। तो वहीं दूसरे दिन छात्राओं ने मीडिया पर भी गलत कवरेज करने का आरोप लगाया था। वहीं जब कॉलेज की छात्राओं को प्रधानाचार्य को कॉलेज प्रबंधन द्वारा हटाए जाने की सच्चाई का पता चला कि उप प्रधानाचार्य को कॉलेज की शिक्षिका के बारे में कई बातें करने व कुछ छात्रों के साथ आपत्तिजनक चैट करने के कारण कॉलेज से हटा दिया गया है। छात्रों ने बताया कि कॉलेज में कुछ छात्राओं ने अन्य छात्राओं को गलत जानकारी देकर कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ आंदोलन की रणनीति बनाई थी। इसके बाद सच सामने आया तो पता चला कि संबंधित छात्राओं ने कॉलेज से निकाले गए शिक्षक के साथ मिलकर पूरी घटना को अंजाम दिया था। इसके चलते सभी छात्राएं उनकी बातों पर आ गई।