राष्ट्रीय
दिल्ली में सिर्फ लाल किला ही नहीं बल्कि एक चोर मीनार भी है, भूतिया है 700 साल पुरानी जगह
दिल्ली में सिर्फ लाल किला ही नहीं बल्कि एक चोर मीनार भी है, भूतिया है 700 साल पुरानी जगह
सीएन, नईदिल्ली। दिल्ली में टूरिस्टों के घूमने के लिए कई सारी जगहें हैं। यहां लाल किले से लेकर कुतुब मीनार तक कई ऐतिहासिक जगहें टूरिस्टों को अपनी ओर अट्रैक्ट करती हैं। भारत में राज करने वाले कई शासकों ने, उस दौरान देश में ऊंची.ऊंची इमारतों का निर्माण करवाया था जो आज भारत की कई ऐतिहासिक धरोहर में शामिल हैं। कई इमारतें तो ऐसी बनीं हैं जिन्हें देखने के लिए विश्व भर से पर्यटक यहां आते हैं। वहीं दिल्ली एक ऐसी जगह है जहां आपको कई खूबसूरत किले, मकबरे, मस्जिदों के साथ मीनारें भी काफी खड़ी हुई मिल जाएंगी। दिल्ली भारत का दिल है और टूरिज्म के लिहाज से भी देश की राजधानी बेहद पॉपुलर है। लेकिन आपने दिल्ली के लाल किले के बारे में तो सुना होगा पर आपको शायद ही यहां के चोर मीनार के बारे में पता हो। यहां एक ऐसी चोर मीनार भी हैए जो अब भूतिया है और यहां की कहानियां भी रोंगटे खड़े करने वाली हैं। दिल्ली की चोर मीनार 700 साल पुरानी है और यहां की दीवारों पर पुरानी खौफ की कहानियां लिखी हुई हैं। चोर मीनार को अलाउद्दीन खिलजी के शासनकाल में बनाया गया था। इस मीनार का निर्माण 1290-1321 के बीच हुआ था। इस मीनार का निर्माण गुनहगारों को सजा देने के लिए किया गया था। यहां अपराधियों को ऐसी सजाएं दी जाती थी जिसे सुनकर रूंह कांप जाए। अलाउद्दीन खिलजी अपने चाचा की हत्या करने के बाद दिल्ली के तख्त पर बैठा था। उसने अपने भतीजे को भी नहीं बख्शा और उसकी आंखों को निकलवाकर, सिर कटवाकर चोर मीनार पर टंगवा दिया था। अब यह जगह भूतिया है और ऐसा कहा जाता है कि यहां निगेटिव एनर्जी है। यही वजह है कि टूरिस्ट इस मीनार के परिसर में नहीं जाते हैं। चोर मीनार में 225 सुराख बनाई गई थी। इन्हीं सुराखों के जरिए अपराधियों को सजा दी जाती थी। ऐसा कहा जाता है कि अलाउद्दीन खिलजी अपने खिलाफ उठने वाली हर आवाज को यहीं दबाता था। खिलजी के शासनकाल में दोषियों को सजा देना ही इस मीनार का उद्देश्य था। अलाउद्दीन खिलजी दोषियों के सिर काटकर चोर मीनार की दिवारों में बने 225 सुराखों से लटका देता था ताकि उसका डर जनता में बना रहे। इस मीनार को बनवाने की सही जानकारी नहीं है और कई लोगों को इस जगह के बारे में जानते भी नहीं हैं। दिल्ली के हौज खास में मौजूद ये मीनार दिल्ली में घूमने आए पर्यटकों की नजरों से बेहद दूर है। लेकिन कई लोग जिन्हें इसके बारे में जानकारी है, वो यहां घूमने भी आते हैं और कई सारी तस्वीरों के साथ लौटते हैं। वहीं कहा जाता है कि ये भूतिया भी है, हालांकि इस विषय में भी कोई सटीक जानकारी नहीं है।