राजनीति
नया मुख्यमंत्री नहीं चुन पाई भाजपा,इसलिए किया संविधान का उल्लंघन
नया मुख्यमंत्री नहीं चुन पाई भाजपा,इसलिए किया संविधान का उल्लंघन
सीएन, नई दिल्ली। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया है। वर्तमान समय में राज्य बिना मुखिया के हो गया है। इस बीच कांग्रेस सांसद जयराम रमेश मणिपुर के राज्यपाल संविधान के उल्लंघन का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा भारतीय संविधान के अनुच्छेद 174-1 का मणिपुर में उल्लंघन हो रहा है। जिसके अनुसार लगातार दो विधानसभा सत्रों के बीच छह महीने से अधिक का अंतर नहीं होना चाहिए। विधानसभा सचिव के मेघजीत सिंह द्वारा जारी एक नोटिस के अनुसार 12 वीं मणिपुर विधानसभा का 7वां सत्र, जो 10 फरवरी को शुरू होने वाला था, तत्काल प्रभाव से अमान्य घोषित कर दिया गया। जयराम रमेश ने एक्स पर लिखा मणिपुर विधानसभा के संवैधानिक रूप से अनिवार्य सत्र का आज आखिरी दिन है। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 174 1 के अनुसार विधानसभा सत्र की अंतिम बैठक और अगले विधानसभा सत्र की पहली बैठक के बीच 6 महीने से ज़्यादा का अंतर नहीं हो सकता। मणिपुर के राज्यपाल संवैधानिक रूप से अनिवार्य विधानसभा सत्र के लिए मणिपुर विधानसभा को न बुलाकर अनुच्छेद 174 1 का उल्लंघन क्यों कर रहे हैं, सत्र को इसलिए रद्द कर दिया गया क्योंकि भाजपा उस मुख्यमंत्री का उत्तराधिकारी नियुक्त नहीं कर सकी जिसके खिलाफ़ कांग्रेस कल अविश्वास प्रस्ताव लाने वाली थी और जिसे रविवार रात को इस्तीफ़ा देने के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्होंने पूछा कि मणिपुर के राज्यपाल संविधान द्वारा निर्धारित विधानसभा सत्र के लिए मणिपुर विधानसभा को न बुलाकर अनुच्छेद 1741 का उल्लंघन क्यों कर रहे हैं, जयराम रमेश ने आगे दावा किया कि सत्र को इसलिए रद्द कर दिया गया, क्योंकि भाजपा उस मुख्यमंत्री का उत्तराधिकारी नियुक्त नहीं कर सकी। जिसके खिलाफ कांग्रेस कल अविश्वास प्रस्ताव लाने वाली थी और जिसे इस्तीफा देने के लिए मजबूर होना पड़ा। एएनआई से बात करते हुए जयराम रमेश ने इस बात पर प्रकाश डाला कि संविधान के अनुसार दो सत्रों के बीच छह महीने से अधिक का अंतराल नहीं होना चाहिए। आज, वह 6 महीने की अवधि समाप्त हो गई है। कल राज्यपाल ने घोषणा की कि यह सत्र नहीं होगा। यह संविधान के विरुद्ध है। विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव पेश किया जाना था लेकिन कुछ घंटे पहले ही रविवार रात को बीरेन सिंह ने इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा को नहीं पता कि नया मुख्यमंत्री कौन होगा, इसलिए राज्यपाल ने निर्देश जारी कर कहा कि यह सत्र रद्द है। बीरेन सिंह ने राज्य में हिंसा भड़कने के करीब दो साल बाद राजभवन में मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला को अपना इस्तीफा सौंप दिया।
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