राजनीति
राष्ट्रपति चुनाव का कब आएगा रिजल्ट, क्या है चुनाव की पूरी प्रक्रिया
राष्ट्रपति चुनाव का कब आएगा रिजल्ट, क्या है चुनाव की पूरी प्रक्रिया
सीएन, नईदिल्ली। अमेरिका में पांच नवंबर को राष्ट्रपति के चुनाव के लिए वोट डाले गये। इस बार चुनावी मैदान में डेमोक्रेट्स की तरफ से उम्मीदवार कमला हैरिस हैं और रिपब्लिकन के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप हैं। पोल के नतीजे बता रहे हैं कि मुकाबला बहुत कड़ा है। अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 5 नवंबर को है। अमेरिका का अगला राष्ट्रपति कौन होगा इसके लिए मतों की गिनती वोटिंग के बाद ही शुरू हो जाएगी, परिणाम आने में एक.दो दिन का समय लग सकता है। हालांकि चुनाव के दौरान किए गए सर्वे से यह तय हो जाता है कि राष्ट्रपति पद किसे मिलेगा। इस बार के चुनाव में सब यह जानने के लिए उत्सुक हैं कि क्या अमेरिका को पहली बार एक महिला राष्ट्रपति मिलेगी या फिर डोनाल्ड ट्रंप दोबारा राष्ट्रपति बनेंगे। अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में इस बार कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप के बीच कड़ा मुकाबला चल रहा है और ऐसा प्रतीत हो रहा है कि डेमोक्रेट्स को चुनाव जीतने में परेशानी हो रही है। 2008 से अमेरिका की राजनीति पर डेमोक्रेट्स का प्रभाव रहा है। लेकिन 2016 में रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रंप से जीत दर्ज की थी उसके बाद 2020 में डेमोक्रेट्स फिर सत्ता में आ गए। 2024 के चुनाव में अब तक के सर्वे में कमला हैरिस बढ़त तो बनाए हुए हैं, लेकिन डोनाल्ड ट्रंप ने उन्हें कड़ी टक्कर दी है। बात अगर उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की करें तो उनके लिए देश का राजनीतिक माहौल बहुत अनुकूल नहीं है। पोल की मानें तो डेमोक्रेट्स के लिए चुनौती बहुत गंभीर है। अमेरिकी चुनाव में पिछले कुछ दशकों में ऐसा पहली बार होता दिख रहा है कि रिपब्लिकन ने राष्ट्रीय स्तर पर बराबरी या बढ़त बनाई है। सर्वे में यह देखा गया है कि अधिकतर मुद्दों में रिपब्लिकन डेमोक्रेट पर हावी है हां लोकतंत्र और गर्भपात जैसे मुद्दे इसमें अपवाद रहे हैं जहां डेमोक्रेट्स को बढ़त हासिल है। कोरोना महामारी और उसके बाद के प्रभाव से मतदाताओं का गुस्सा सत्ताधारी पार्टी को प्रभावित कर सकता है और यही वजह है कि एंटी इनकंबेंसी का प्रभाव यहां दिख रहा है। बावजूद इसके कमला हैरिस जोर लगा रही हैं और अभी तक रेस में पिछड़ी नहीं हैं। अमेरिका में डेमोक्रेट की छवि एक उदार राजनीतिक पार्टी की है, जबकि रिपब्लिकन रूढ़िवादी पार्टी है। डेमोक्रेट्स अपनी छवि के अनुसार नागरिक अधिकारों और सामाजिक सुरक्षा जैसे एजेंडे पर काम करते हैं जबकि रिपब्लिकन कम करो, सरकार के आकार को छोटा करने और गर्भपात पर कड़े प्रतिबंध की वकालत करता है। अमेरिका में राष्ट्रपति का चुनाव चार साल में एक बार होता है और यहां की जनता सीधे राष्ट्रपति को चुनने के लिए वोट नहीं करती, बल्कि वे इलेक्टोरल कॉलेज का चुनाव करती है। इलेक्टोरल कॉलेज को हिंदी में निर्वाचक मंडल कहा जाता है। अमेरिका में 50 राज्य है और वहां की जनसंख्या के आधार पर इलेक्टोरल तय होता है। राष्ट्रपति चुनाव जीतने के लिए एक उम्मीदवार को कम से कम 270 इलेक्टर्स के वोट की आवश्यकता होती है।