जन मुद्दे
कन्क्लेव में हिमालय शहरों के समग्र भविष्य के लिए नैनीताल डिक्लैरेशन घोषित किया
सीएन, नैनीताल। डा.आर.एस.टोलिया प्रशासनिक अकादमी, नैनीताल में 06 अप्रैल को कॉन्क्लेव आयोजित की गयी। कॉन्क्लेव के द्वितीय दिवस 06 अप्रैल को सर्वप्रथम श्री केशव वर्मा, चेयरपर्सन, एच.एल.सी. द्वारा 05 अप्रैल का रिकैप किया गया। तद्परान्त विभिन्न देशों, विभाग व संस्थानों से आये रिसोर्स पर्सन द्वारा अपने व्याख्यान प्रस्तुत किये गये। जिसमें श्री सुसुमु ओकाबा, उप मेयर, हिरोशिमा, जापान द्वारा हिमालयी राष्ट्रों के समक्ष वर्तमान में शहरीकरण के कारण बडती चुनौतियों पर चर्चा की गयी एवं समग्रता व समावेशी चुनौतियों के निराकरण पर चर्चा की गयी। श्री ताकसी सुजुकी, वरिष्ठ उप निदेशक, जापान द्वारा नगरों के 3डी डिजायन आधारित नगरों के नियोजन के तकनीकी उपयोगी पर बल दिया गया तथा 3डी प्रस्तुतीकरण के माध्यम से हिरोशिमा नगर का सिटी प्लान प्रस्तुत किया गया। श्री रवि पाण्डेय, अधीक्षण अभिन्यता, शहरी विकास द्वारा उत्तराखण्ड में सैप्टेज मैनेजमेन्ट से सम्बन्धित प्रयासों व्याख्यान प्रस्तुत किया गया। साथ ही पर्वतीय क्षेत्रों में विशेष भौगोलिक परिस्थितियों के कारण सैप्टेज प्रबन्धन चुनौतियों पर चर्चा की गयी। उनके द्वारा अमृत 2.0, स्वच्छ भारत मिशन 2.0 के अन्तर्गत किये जा रहे कार्याे के विषय में अवगत कराया गया। कान्क्लेव के दौरान नालेज शेयरिगं व विभिन्न क्षेत्रों मेें कार्यरत एजेन्सियों द्वारा किये गये जा रहे शोध के आदान-प्रदान हेतु आईसीमोड, नेपाल व उत्तराखण्ड प्रशासन अकादमी, नैनीताल के साथ अनुबन्ध की सहमति प्रदान की गयी। पूरे कन्क्लेव की महत्वपूर्ण निषकर्ष के रुप में हिमालय शहरों के समग्र भविष्यों के लिए नैनीताल डिक्लैरेशन (संलग्नक) घोषित किया गया। कार्यक्रम के समापन में महानिदेशक, आकादमी व केशव वर्मा, चेयरपर्सन, एच.सी.एल. द्वारा समस्त रिर्षाेस पर्सन को स्मृति चिन्ह व समस्त प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र वितरित किये गये। दो दिवसीय कन्क्लेव के दौरान नगर पालिका परिषद्, नैनीताल के तहत एन.यू.एल.एम. अन्तर्गत गठित 03 स्वयं सहायता समूहों शक्ति पंक्ति, बुरांश, मोनाल व चेलेआट स्वयं सहायता समूह) द्वारा स्वयं निर्मित उत्पादों की स्टॉल प्रदर्शित की गयी। समस्त प्रतिभागियों द्वारा स्वयं सहायता समूहों के प्रयास व उत्पादों की प्रशंसा की गयी, साथ ही दो दिन में तीनों स्वयं सहायता समूहों के उत्पदों की लगभग रु. 22,000.00 की बिक्री हुयी।