जन मुद्दे
नैनीताल सहित कई स्थानों में धूमधाम से मनाया गया क्रिसमस का पर्व
मेथोडिस्ट चर्च में पादरी अजय हैरिसन व कैथोलिक चर्च में पादरी नवीन डिसूज़ा ने प्रार्थना करवाई
रूस व यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध की समाप्ति व विश्व शांति के लिए भी प्रार्थना की गई
सीएन, नैनीताल। रविवार को सूखाताल स्थित सेंट जोंस इन द बिल्डरनैस प्रोटेस्टेट चर्च के अलावा मल्लीताल मालरोड स्थित मैथोडिस्ट चर्च, तल्लीताल लेक चर्च यानि कैथेलिक चर्च, राजभवन स्थित सेंट निकोलस चर्च सहित विशपशा आदि में सुबह से ईसाई समुदाय के लोगों के अलावा पर्यटक भी जुटने लगे। सभी चर्चों को खासतौर पर सजाया गया था। इधर मालरोड स्थित कैथोलिक चर्च में भी विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गये। पादरी नवीन डिसूज़ा ने प्रार्थना करवाई। यहां विशेष रूप से बनाई गयी चरनी चर्च में आने वाले समस्त ईसाई धर्म के लोगों व अन्य अतिथियों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी रही। इस अवसर पर सेंट मैरी कालेज की प्रधानाचार्या सिस्टर मंजूषा, सिस्टर अंजलीका, सिस्टर एनिमा आदि मौजूद रहे। इस दौरान रूस व यूक्रेन युद्ध की समाप्ति व विश्व शांति के लिए भी प्रार्थना की गई। तल्लीताल हिमालया होटल के पास प्रार्थना भवन में विशेष सभा का आयोजन किया गया। इस्टीफन ने यशु मसीह के जीवन पर प्रकाश डाला। नैनीताल शहर ही नही बल्कि नैनीताल के देवीधूरा के समीप मौना बाना ग्राम में भी अंग्रेजी शासनकाल में बने बाना चर्च में गांव के 18 परिवारों ने चर्च पहुंच कर क्रिसमस प्रार्थना में सम्मिलित हुए। ज्योलीकोट से पादरी मौना-बाना गांव पैदल पहुंच कर प्रार्थना सभा करवाई। इसके अलावा भवाली, सातताल में भी क्रिसमस पर्व धूमधाम से मनाये जाने के समाचार है। प्रार्थना सभाओं के बाद कैरोल आदि का गायन के साथ ही बच्चों को केक बांटे गये। रविवार को क्रिसमस पर्व पर नैनीताल के गिरिजाघरों में विशेष प्रार्थना सभा आयोजित की गई। मल्लीताल स्थित एशिया के पहले मेथोडिस्ट चर्च में पादरी अजय हैरीसन द्वारा विशेष प्रार्थना कराई और प्रवचन दिए। उन्होंने कहा कि परमेश्वर ने हमें जीवन दिया, इसलिए हम परमेश्वर के आभारी हैं। आज की आराधना पूरी जमात पर आशीष बने। कमियां और दुर्बलता दूर हों। इस अवसर पर सुशील डेविड, ऐरिल मैसी, आरके लाल, मुकेश दास, संध्या, जैनाथस, वीनू मैसी सहित अनेक लोग मौजूद थे। ईसाई समुदाय के घरों में क्रिसमस की धूम मची है। इस अवसर पर नगर के समस्त चर्चो के प्रतिनिधि, विभिन्न गणमान्य नागरिक व चर्च के सहायक पादरी आदि मौजूद रहे।