जन मुद्दे
लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान को सेना में 40 साल से ज्यादा का अनुभव
सीएन, नई दिल्ली। लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) अनिल चौहान अगले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ होंगे। सरकार ने बुधवार को उनके नाम पर मुहर लगाई है। बिपिन रावत के निधन के बाद से यह पद खाली था। बिपिन रावत की एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में पिछले साल मौत हो गई थी। रक्षा मंत्रालय ने इस बारे में जानकारी दी है। अनिल चौहान सरकार के सैन्य मामलों के विभाग के सचिव के तौर पर भी काम करेंगे। वर्तमान में चौहान एनएससीएस के सैन्य सलाहकार के रूप में सेवा दे रहे थे। पिछले साल मई में अपनी सेवानिवृत्ति के बाद से वह इस भूमिका में थे। जब बालाकोट में हमला हुआ था तब वह डीजीएमओ थे। ऑपरेशन सनराइज उन्हें के दिमाग की उपज थी। लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान (रिटायर्ड) पीवीएसएम, यूवाईएसएम, एवीएसएम, एसएम, वीएसएम को अगले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) के रूप में नियुक्त करने का फैसला किया है। वह सरकार के सैन्य मामलों के विभाग के सचिव के रूप में भी काम करेंगे। अनिल चौहान का सेना में लगभग 40 वर्षों से ज्यादा का करियर रहा है। लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान कई कमांड की बागडोर हाथ में रख चुके हैं। जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर में आतंकवाद विरोधी अभियानों में उनका व्यापक अनुभव है। अनिल चौहान का 18 मई 1961 को जन्म हुआ था। उन्हें 1981 में भारतीय सेना की 11 गोरखा राइफल्स में कमीशन दिया गया था। वह नेशनल डिफेंस एकैडमी खडकवासला और भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून के पूर्व छात्र हैं। मेजर जनरल रहते हुए उन्होंने उत्तरी कमान में महत्वपूर्ण बारामुला सेक्टर में इन्फैंट्री डिवीजन की कमान संभाली थी। बाद में लेफ्टिनेंट जनरल के तौर पर उन्होंने पूर्वोत्तर में कोर की कमान संभाली। सितंबर 2019 में वह पूर्वी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ बने। मई 2021 में अपने रिटायरमेंट तक यह पदभार संभाला।
कई सैन्य सम्मान से नवाजे जा चुके हैं चौहान
इन कमांड नियुक्तियों के अलावा चौहान ने सैन्य संचालन महानिदेशक के प्रभार सहित महत्वपूर्ण स्टाफ नियुक्तियों को भी अंजाम दिया। इससे पहले चौहान ने अंगोला में संयुक्त राष्ट्र मिशन में भी सेवाएं दी हैं। चौहान 31 मई 2021 को भारतीय सेना से रिटायर हुए थे। सेना से रिटायर होने के बाद भी उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा और रणनीतिक मामलों में योगदान देना जारी रखा। सेना में उनकी विशिष्ट और शानदार सेवा के लिए लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान (सेवानिवृत्त) को परम विशिष्ट सेवा मेडल, उत्तम युद्ध सेवा मेडल, अति विशिष्ट सेवा मेडल, सेना मेडल और विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया।