उत्तर प्रदेश
बसंत पंचमी के दिन जरूर अपनाएं ये 10 खास उपाय
बसंत पंचमी के दिन जरूर अपनाएं ये 10 खास उपाय
सीएन, प्रयागराज। हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल 26 जनवरी को बसंत पंचमी का त्योहार मनाया जाएगा जो कि भारत के कई हिस्सों में बड़ी धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. बसंत पंचमी का दूसरा नाम सरस्वती पूजा है और इस दिन लोग विधि-विधान के साथ ज्ञान की देवी मां सरस्वती का पूजन करते हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं. कहते हैं कि जिस व्यक्ति पर मां सरस्वती की कृपा होती है वह विद्या और वाणी का धनी होता है. इसके साथ ही बसंत पंचमी के दिन कुछ उपाय भी आपके लिए लाभदायक साबित हो सकते हैं. इस दिन कई तरह के प्रयोग किए जाते हैं, जिससे विद्या का वरदान प्राप्त होता है. बसंत पंचमी को ऋतुओं का राजा कहा जाता है. इस दिन से कड़कड़ाती ठंड खत्म होने लग जाती है और एक बार फिर मौसम सुहावना होने लग जाता है. हर तरफ हरियाली, पेड़-पौधों पर फूल, नई पत्तियां और कलियां खिलने लग जाती हैं. इस नजारे को गुलाबी ठंड और भी खास बना देती है. वहीं, हिंदू मान्यताओं के अनुसार बसंत पंचमी के दिन को मां सरस्वती का जन्मदिन माना जाता है. इस दिन उनकी विशेष पूजा होती है. बसंत पंचमी के दिन से रोजाना सुबह सरस्वती वंदना शुरू करनी चाहिए. इससे एकाग्रता बढ़ती है. पढ़ाई के स्थान पर देवी सरस्वती की मूर्ति रखें. मां सरस्वती का चित्र भी टांग सकते हैं. इनका बीज मंत्र लिखकर टांगना भी शुभ होता है. जिन्हें सुनने या बोलने की समस्या है वो सोने या पीतल के चौकोर टुकड़े पर मां सरस्वती का बीज मंत्र ‘ऐं’ लिखकर पहनें. बसंत पंचमी पर देवी सरस्वती को कलम चढ़ाएं और पूरे साल उसी कलम से लिखें. इस दिन पीले या सफेद कपड़े पहनें. केवल सात्विक भोजन ही करें. मां सरस्वती के मंत्रों का जप करें. बसंत पंचमी पर पुखराज और मोती पहनना बहुत लाभकारी होता है. इस दिन खीर बनानी चाहिए. घर में सुगंध करें. जिन बच्चों का मन पढ़ाई-लिखाई में नहीं लगता, उन्हें बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती को हरे रंग का फल चढ़ाना चाहिए. बच्चे को अगर ज्ञानी बनाना है तो उसकी जीभ पर शहद से ॐ बनाएं. बच्चे किताबों पर पीले रंग का कवर चढ़ाएं और उस पर रोली से स्वास्तिक बनाएं. मां सरस्वती के साथ श्रीगणेश की मूर्ति की पूजा जरूर करें.