जन मुद्दे
सूखाताल अतिक्रमण ध्वस्तीकरण विधायक सरिता के दखल के बाद 15 दिन के लिए टला
सीएन, नैनीताल। शहर के सूखाताल क्षेत्र में 44 अवैध निर्माण ध्वस्त किये जाने के हाई कोर्ट के निर्देशों के बाद गुरुवार को प्राधिकरण, नगर पालिका की टीम सुखातालक्षेत्र में पहुंची। भारी पुलिस बल के साथ टीम ने अतिक्रमण तोड़ने की कार्रवाई शुरू की तो लोगों ने भारी विरोध शुरू कर दिया। भारी संख्या में क्षेत्रवासी सड़क पर ही बैठ गए। जिन्होंने बुलडोजर मशीन और टीम को आगे नहीं बढ़ने दिया। लोगों ने जिला प्रशासन और प्राधिकरण अधिकारियों पर आरोप लगाए। जिससे माहौल गरम बना हुआ है। बता दे कि सूखाताल में सरकारी भूमि पर बने 44 अवैध निर्माणों को हाई कोर्ट ने ध्वस्त करने के निर्देश दिए थे। साथ ही करीब 27 करोड़ की लागत से किए जा रहे सूखाताल पुनर्निर्माण कार्य पर भी रोक लगा दी थी। पूर्व में जिला प्राधिकरण और नगर पालिका ने नौ दिसंबर को कार्यवाही की तिथि तय की थी। किसी कारणवश कार्रवाई की तिथि में बदलाव कर 15 दिसंबर का दिन तय किया गया था। गुरुवार को तय कार्यक्रम के अनुसार प्राधिकरण सचिव पंकज उपाध्याय, एसडीएम राहुल शाह के नेतृत्व में भारी पुलिस बल के साथ प्राधिकरण और नगर पालिका की टीम सूखाताल क्षेत्र पहुंची। जैसे ही टीम के साथ बुलडोजर ने सुखाताल क्षेत्र में प्रवेश किया तो अतिक्रमणकारियों और क्षेत्रवासियों ने भारी विरोध शुरू कर दिया। नारेबाजी करते क्षेत्रवासी सड़क पर ही बैठ गए। लोगों ने दावा किया कि मशीन को आगे नहीं बढ़ने देंगे। फिलहाल प्रशासन और प्राधिकरण की टीम क्षेत्रवासियों से वार्ता करने में जुटी हुई है। क्षेत्र में तनातनी का माहौल बना हुआ है। विधायक सरिता आर्या ने जिला प्रशासन से बात करने के बाद 15 दिन की मोहलत मांगी है। अधिकारियों ने समय देकर आज की कारवाई को स्थगित कर दिया एवं टीम वापस चली गयी।