खेल
कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 का 8 वां दिन भारतीय पहलवानों के नाम रहा
हॉकी के सेमीफाइनल में भारतीय महिला टीम को हार का सामना करना पड़ा
सीएन, बर्मिंघम। बर्मिंघम में खेले जा रहे कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 का 8 वां दिन भारतीय पहलवानों के नाम रहा जिन्होंने भारत के लिये 3 गोल्ड, 2 ब्रॉन्ज और एक सिल्वर पदक जीतने का काम किया है. भारत के लिये जहां पहलवानों ने मेडल्स की बारिश की तो अन्य खेलों में भी उसका दिन मिला-जुला रहा. जहां पर टेबल टेनिस में 3 भारतीय खिलाड़ियों ने सेमीफाइनल में जगह बना ली है तो वहीं पर हॉकी के सेमीफाइनल में भारतीय महिला टीम को हार का सामना करना पड़ा. एथलेटिक्स में हिमा दास भी फाइनल में जगह बना पाने में नाकाम रही हैं. आइये एक नजर शुक्रवार को खेले गये सभी मुकाबलों में भारतीय खिलाड़ियों के नतीजों पर डालते हैं. आखिरी मिनटों में वंदना कटारिया के गोल के दम पर शानदार वापसी करने के बाद भारतीय महिला हॉकी टीम राष्ट्रमंडल खेलों के बेहद रोमांचक सेमीफाइनल में शूटआउट में आस्ट्रेलिया से 0-3 से हार गई और अब कांस्य पदक के लिये खेलेगी. कांस्य पदक के मुकाबले में भारत का सामना न्यूजीलैंड से होगा. दसवें मिनट में ही रेबेका ग्रेइनेर के गोल के दम पर आस्ट्रेलिया ने बढत बना ली थी लेकिन इसके बाद गोलकीपर कप्तान सविता पूनिया की अगुवाई में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए भारतीय रक्षापंक्ति ने आस्ट्रेलिया को बांधे रखा. टोक्यो ओलंपिक में चौथे स्थान पर रही भारतीय टीम के लिये बराबरी का गोल 49वें मिनट में सुशीला के पास पर वंदना कटारिया ने किया. विवादित पेनल्टी शूटआउट में भारत के लिये नेहा, नवनीत कौर और लालरेम्सियामी गोल नहीं कर सकीं जबकि ऑस्ट्रेलिया के लिये एम्ब्रोसिया मालोन, एमी लॉटन और कैटलीन नोब्स के शॉट निशाने पर लगे. भारत को पहले क्वार्टर में छह पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन गोल नहीं हो सका. भारत की स्टार फर्राटा धाविका हिमा दास राष्ट्रमंडल खेलों में महिलाओं की 200 मीटर स्पर्धा के फाइनल में नहीं पहुंच सकी. असम की 22 वर्ष की हिमा दूसरे सेमीफाइनल में 23.42 सेकंड का समय निकालकर तीसरे स्थान पर रही. नामीबिया की क्रिस्टीन एमबोमा और आस्ट्रेलिया की एला कोनोली ने इस हीट से क्वालीफाई किया. भारत के अनुभवी टेबल टेनिस खिलाड़ी अचंत शरत कमल शानदार प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रमंडल खेलों की टेबल टेनिस स्पर्धा में अपने तीनों वर्गों के सेमीफाइनल में पहुंच गए जबकि पूर्व चैम्पियन मनिका बत्रा सिंगल्स और मिक्स्ड डबल्स मुकाबलों में हार गई. शरत कमल ने पुरूष सिंगल्स क्वार्टर फाइनल में नाइजीरिया के ओलाजिदे ओमोटायो को 4-2 से हराया. तो वहीं पर वो मिक्स्ड और पुरूष डबल्स सेमीफाइनल में भी पहुंच गए. श्रीजा अकुला और शरत की मिश्रित जोड़ी क्वार्टर फाइनल की बाधा पार करने में सफल रही. पुरुष युगल में साथियान और शरत की जोड़ी भी अंतिम आठ में पहुंचने में सफल रही. भारतीय जोड़ी ने बांग्लादेश के बावम रामिमलियान और रिदॉय मोहुतसिन अहमद की जोड़ी को आसानी से 11-6, 11-1, 11-4 से हराया. वहीं 24 साल की युवा खिलाड़ी श्रीजा अकुला ने महिला एकल, मिश्रित युगल और महिला युगल के अंतिम चार में जगह पक्की कर ली. अकुला ने क्वार्टर फाइनल में कनाडा की मो झांग को चुनौतीपूर्ण मुकाबले में दो बार पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए 9-11, 11-4, 6-11, 9-11, 11-5, 11-4, 11-8 से जीत दर्ज की. हरमीत देसाई और सानिल शेट्टी की भारतीय जोड़ी ने ऑस्ट्रेलिया के चेम्बर्स डिलन और यान शिन को 11-3, 9-11, 9-11, 7-11 से हराकर अंतिम आठ में जगह पक्की की. क्वार्टर फाइनल में उनकी भिड़ंत सिंगापुर के क्लेरेंस चेउ और शाओ फेंग एथन पोहो की जोड़ी से होगी. महिला युगल में अकुला और रीथ टेनिसन की भारतीय जोड़ी ने अंतिम 32 के मैच में लुसी एलियट और प्लैस्टो रेबेका की स्कॉटलैंड की जोड़ी को 11-4, 11-5, 11-2 से शिकस्त दी. इस बीच, रीथ महिला एकल स्पर्धा के प्री-क्वार्टर फाइनल में सिंगापुर की फेंग तियानवेई से 11-2, 11-4, 9-11, 11-3, 11-4 से हारकर बाहर हो गईं.
भारतीय पुरूषों की चौकड़ी ने लॉन बॉल स्पर्धा के सेमीफाइनल में मेजबान इंग्लैंड को शिकस्त देकर शुक्रवार को यहां राष्ट्रमंडल खेलों में इस प्रतियोगिता में दूसरा पदक पक्का किया. भारत की लवली चौबे (लीड), पिंकी (सेकंड), नयनमोनी सैकिया (थर्ड) और रूपा रानी टिर्की (स्लिप) की चौकड़ी ने मंगलवार को दक्षिण अफ्रीका को फाइनल में 17 – 10 से हराकर इस स्पर्धा का पहला पदक जीता था. अब देश को पदक दिलाने की बारी पुरूष टीम की थी और सुनील बहादुर (लीड), नवनीत सिंह (सेकंड), चंदन कुमार सिंह (थर्ड) तथा दिनेश कुमार (स्किप) की चौकड़ी ने सेमीफाइनल के बेहद करीबी मुकाबले में इंग्लैंड को 13-12 से हराकर कम से कम रजत पदक पक्का किया. स्टार पहलवान बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और दीपक पूनिया ने राष्ट्रमंडल खेलों की कुश्ती स्पर्धा में शुक्रवार को शानदार शुरूआत करते हुए तीन स्वर्ण पदक भारत की झोली में डाले जबकि अंशु मलिक को पदार्पण करते हुए रजत पदक मिला. दिव्या ककरान तथा मोहित ग्रेवाल ने कांस्य पदक हासिल किये. टोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता बजरंग का 65 किलो वर्ग में इतना दबदबा रहा कि पहले दौर में ही उन्होंने चार में से तीन मुकाबले जीते. उन्होंने फाइनल में कनाडा के लाचलान मैकनील को 9-2 से हराया. वहीं साक्षी मलिक ने 62 किग्रा के फाइनल में कनाडा की एना गोंडिनेज गोंजालेस को चित करके स्वर्ण पदक अपने नाम किया. यह साक्षी का राष्ट्रमंडल खेलों में पहला स्वर्ण पदक है. अंशु मलिक ने 57 किग्रा फ्रीस्टाइल स्पर्धा में रजत पदक जीतकर देश का कुश्ती में खाता खोला था. दीपक पूनिया ने पाकिस्तान के मोहम्मद इनाम को पुरूषों के 86 किलो फ्रीस्टाइल वर्ग में 3- 0 से हराकर भारत को तीसरा स्वर्ण दिलाया. वह कनाडा के एलेक्जेंडर मूर को 3-1 से पराजित करके फाइनल में पहुंचे थे. दिव्या ककरान ने महिलाओं के 68 किलो वर्ग में कांस्य पदक के प्लेआफ मुकाबले में टोंगा की टाइगर लिली को महज 26 सेकंड में हराकर कांस्य पदक जीता. पुरूषों के 125 किलो वर्ग में प्लेआफ मुकाबले में मोहित ग्रेवाल ने जमैका के आरोन जॉनसन को 6-0 से हराकर कांस्य पदक अपने नाम किया. ओलंपिक कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक अंतिम चार मुकाबले में कैमरून की बर्थे इमिलिएने इटाने एनगोले पर तकनीकी श्रेष्ठता से 10-0 की जीत से फाइनल में पहुंची थी. साक्षी ने क्वार्टरफाइनल में भी तकनीकी श्रेष्ठता से जीत हासिल की. पूर्व चैम्पियन बजरंग मौरिशस के जीन गुलियाने जोरिस बांडोऊ को महज एक मिनट में पटखनी देकर 6-0 की जीत से सेमीफाइनल में पहुंचे. उन्हें क्वार्टरफाइनल में पहुंचने में दो मिनट से भी कम समय लगा जिसके लिये उन्होंने शुरूआती दौर में नौरू के लोवे बिंघम को गिराकर 4-0 से आसान जीत दर्ज की. बजरंग ने एक मिनट अपने प्रतिद्वंद्वी को समझने में लिया और फिर ‘जकड़ने’ की स्थिति से अचानक बिघंम को पटक कर मुकाबला खत्म कर दिया. बिंघम को इस अचानक से हुए दांव का पता नहीं चला और भारतीय पहलवान आसानी से जीत गया. अंशु को फाइनल में नाईजीरिया की ओडुनायो फोलासाडे एडुकुरोये से 3-7 से हार का सामना करना पड़ा. अंशु ने इससे पहले हर मुकाबले में दबदबा बनाया. उन्होंने क्वार्टरफाइनल में ऑस्ट्रेलिया की इरेन सिमियोनिडिस और सेमीफाइनल में श्रीलंका की नेथमी पोरूथोटागे पर तकनीकी श्रेष्ठता (10-0) से जीत दर्ज की. दिव्या काकरान हालांकि फ्रीस्टाइल 68 किग्रा क्वार्टरफाइनल में नाईजीरिया की ब्लेसिंग ओबोरूडुडू से तकनीकी श्रेष्ठता (0-11) से हार गयीं जिससे वह रेपेशाज में उतरीं. मोहित ग्रेवाल साइप्रस के एलेक्सियोस काओस्लिडिस को हराकर 125 किग्रा फ्रीस्टाइल के सेमीफाइनल में पहुंचे लेकिन उन्हें कनाडा के अमरवीर धेसी से 2-12 से हार का सामना करना पड़ा जिससे वह रेपेशाज खेले