उत्तराखण्ड
सीएन, पिथौरागढ़। चुनावी साल में घोषणा ही घोषणाएं हुई लेकिन काम धेला भर भी हुआ कि नहीं यह जांच का विषय है । हलद्वानी की बात की जाए तो लंबे समय से ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कें खराब थी जिसकी फिक्र चुनाव से ठीक पहले हुई और अधिकतर सड़कें जेसीबी से उखाड़ दी गई। अधिकांश ग्रामीण इलाकों में टूटी सडकें दुर्घटना का सबब बनी हुई हैं । आदर्श चुनाव संहिता के कारण कार्य रोक दिया गया । लेकिन ताज्जुब तब होता है जब सामरिक दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों की सड़क पिछले 9 माह से दुरुस्त नहीं की गई ।
जिले के धारचूला ब्लॉक के तवाघाट- लिपुलेख मोटर मार्ग के वर्ती घाट के निकट ठूलगैर नामक स्थान पर 9 माह से सड़क में गिरा मलवा अभी तक नहीं हटाया गया है। इस स्थान पर आने जाने वाले वाहनों तथा राहगीरों के लिए अपने जीवन बचाने का संकट बना हुआ है। जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने आज सीमा सड़क संगठन की चीफ इंजीनियर टनकपुर तथा जिलाधिकारी को पत्र भेजकर मलवा साफ करने की मांग की है।
चीन सीमा को जोड़ने वाले तवाघाट लिपुलेख मोटर मार्ग में वर्ती घाट के निकट बरसात के समय आया मलवा आज 9 माह बीत जाने के बाद भी साफ नहीं किया गया है। इस जगह पर ऊपर से पहाड़ी टूट कर भारी मात्रा में मलवा तथा पत्थर जमा हुआ है। इस कारण मोटर मार्ग मात्र 4 फीट भी बचा हुआ नहीं है। नीचे काली नदी बह रही है। ऊपर से मलवा व पत्थर गिरने का भय सता रहा है। वाहनों को आने जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
कभी भी इस स्थान पर ऊपर से मलवा तथा पत्थर गिर सकता है। जिससे किसी भी प्रकार की अनहोनी घटना घट सकती है।
क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने सीमा सड़क संगठन तथा स्थानीय प्रशासन को इस संदर्भ में दर्जनों पत्र दे दिए है, लेकिन कोई भी इसकी सुध नहीं ले रहा है।इस स्थान पर 400 मीटर की दूरी का भाग मलवे से फटा हुआ है। जान हथेली पर रखकर वाहन तथा पैदल राहगीर आर-पार जा रहे है।
हल्की सी बरसात में ऊपर से पत्थर का मलवा नीचे आ रहा है। जिसे साफ करके मात्र वाहनों का आवागमन सुचारू किया जा रहा है। इस स्थान पर पहाड़ी से आए मलबे को साफ कर चौड़ा करने की आवश्यकता है। ताकि आवागमन सुचारू तथा सुरक्षित किया जा सके। ग्रामीणों ने संबंधित विभाग सहित जिलाधिकारी पिथौरागढ़ को पत्र भेजकर इस सड़क का संज्ञान लिए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि 15 दिन के भीतर इस मार्ग पर आया मलवा साफ नहीं किया जाता है, तो सीमा सड़क संगठन के मुख्यालय पर क्षेत्रवासियों को साथ में लेकर धरना एवं प्रदर्शन किया जाएगा।