उत्तराखण्ड
पशुधन बीमा योजना बंद होने से पशुपालक निराश, विभाग को बजट का रोना
सीएन, नैनीताल। पशुपालकों के पशुओं को सुरक्षा की गारंटी देने वाली पशु धन बीमा योजना बंद होने से पशुपालक खासे निराशा हैं। पशुपालकों की माने तो पिछले दो माह से अनुदान पर संचालित पशुधन बीमा योजना के तहत पशुपालन विभाग पशुओं का बीमा नहीं कर रहा है जिसके चलते पशुपालकों को पशुओं को लेकर चिंता सताने लगी है। इधर विभाग का कहना है कि बजट उपलब्ध नही होने से योजना स्थगित चल रही है। मालूम हो कि पशुपालन विभाग की महत्वपूर्ण योजना में शुमार पशुधन बीमा योजना के तहत भारत सरकार के द्वारा 80 प्रतिशत अनुदान दिया जाता था और 20 प्रतिशत लाभार्थी जमा करते थे। इस योजना के बंद होने के बाद पशुपालकों में पशुओं के बीमा को लेकर चिंता सताने लगी है। प्रभावित पशुपालकों ने अवगत कराया कि अब शत प्रतिशत पशुओं की बीमा की प्रीमियम राशि जमा करने पर भी बीमा नहीं हो रहा है। कई ग्रामीणों के मुताबिक उन्होंने बैंक से पशु पशुपालन विभाग के सहयोग से कई हजार के पशुओं को खरीदा जिसका अब बीमा नहीं हो रहा है जिसके चलते अब उनको पशुओं की सुरक्षा का डर सताने लगा है। इधर कई मामले सामने आए हैं जिसमें पशुपालकों ने विभिन्न योजनाओं के तहत पशु खरीदे हैं और अब बीमा नहीं होने के कारण खासे चिंतित हैं इधर क्षेत्र के समस्त पशुपालकों ने पशुपालन विभाग से और बीमा कंपनी से बीमा प्रारंभ करने की मांग की है। इस संबंध में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी नैनीताल डा. डीसी जोशी से पूछे जाने पर उन्होने बताया कि योजना बंंद नही हुई है, बल्कि फिलहाल स्थगित हुई है। क्योंकि केन्द्र से बजट नही मिलने से योजना को पूरे राज्य में स्थगित करना पड़ा है। बजट मिलने के बाद बीमा योजना फिर लागू होगी।



























































