उत्तराखण्ड
सुमित हृदयेश ने मलिन बस्तियों के सर्वे से पांच बस्ती हटाने का विरोध किया
सीएन, हल्द्वानी। हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश ने मलिन बस्तियों के सर्वे से पांच बस्ती हटाने का विरोध किया है। साथ ही नगर निगम पर शासनादेश का पालन नहीं करने का आरोप लगाया है। विधायक सुमित हृदयेश ने इस संबंध में पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह के साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की।विधायक ने कहा कि नगर निगम ने जिन 17 मलिन बस्तियों में सर्वे कराने की सूची जारी की है। उसमें तीन बस्ती वन भूमि में बसी है। वहीं एक बस्ती केनाल की जमीन में बसी है। इनका सर्वे कराया जा रहा है जबकि पांच बस्तियों को रेलवे का अतिक्रमण बताकर उनका सर्वे नहीं कराया जा रहा है। नगर निगम के अधिकारी इस शासनादेश का भी पालन नहीं कर रहे हैं।कहा कि श्रेणी तीन में साफ कहा गया है कि ऐसी मलिन बस्तियों का सर्वे भी किया जाएगा जो ऐसी भूमि पर अवस्थित अधिवासों को वर्गीकृत किया जा सकेगा, जहां भू-स्वामित्व, अधिकार प्रदान किया जाना विधिक/व्यवहारिक, मानव निवास, स्वास्थ्य एवं सुरक्षा के दृष्टिकोण से उपयुक्त न हो। रक्षा विभाग से संबंधित भूमि, राज्य सार्वजनिक उपयोगार्थ रक्षित भूमि, विवादित भूमि, जिस पर किसी विधि न्यायालय के समक्ष कार्यवाही लंबित हो, श्रेणी तीन की मलिन बस्ती में कब्जे वाले परिवार को स्व-स्थल पर कोई भू-स्वामित्व अधिकार प्रदान नहीं किया जा सकेगा। लोकहित में प्रभावित समुदाय से परामर्श के उपरांत उन्हें मूलभूत अवस्थापना वाले वैकल्पिक स्थलों में पहचान पत्र के आधार पर भू-स्वामित्व अधिकारों के साथ पुनर्वासित किया जा सकेगा। ऐसे परिवारों से भूमि एवं भवन की धनराशि राज्य सरकार की ओर से निर्धारित दर के आधार पर ली जाएगी।विधायक सुमित हृदयेश ने मुख्यमंत्री से सर्वे में भेदभाव करने संबंधी आदेश को निरस्त करने व सभी को न्याय देने की मांग की। विधायक कल नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के साथ इस मुद्दे को लेकर उत्तराखंड के मुख्य सचिव से भी मिले थे