उत्तर प्रदेश
दूल्हे को वरमाला पहनाई तो दुल्हन बोली-खाना खाओ घर जाओ, शादी नहीं करूंगी
दूल्हे को वरमाला पहनाई तो दुल्हन बोली-खाना खाओ घर जाओ, शादी नहीं करूंगी
सीएन, कानपुर। कानपुर देहात के अकबरपुर स्थित मैरिज लॉन में शादी समारोह चल रहा था। बैंड बाजे वाद्य यंत्र बजा रहे थे। शहनाई बजा रहे थे। लोग जश्न मना रहे थे। लड़की के घर वाले खुश थे कि आज उनकी बेटी की शादी हो रही है और लड़के के घर वाले खुश थे कि दूल्हा आज घर आएगा। तभी सुख की रात में कुछ ऐसा हुआ जिससे भ्रम की स्थिति पैदा हो गई। जब दूल्हे को पता चला कि दुल्हन ने अपने प्रेमी से कोर्ट मैरिज कर ली है। इसी बात को लेकर दूल्हा-दुल्हन के बीच मारपीट हो गई। शादी समारोह में शामिल किसी व्यक्ति ने पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलने पर पुलिस ने पहुंचकर मामला शांत कराया। दुल्हन ने दूल्हे से शादी करने से साफ इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि बारात के सामने उनकी नाक न कट जाए और बारात वापस चली जाए, इसलिए उन्होंने वरमाला इसलिए रखी थी, लेकिन मैं उनके साथ सात फेरे नहीं लूंगा क्योंकि मैंने कोर्ट मैरिज की है। दुल्हन ने कहा तुम बारात लेकर आई हो, खाना भी ले लो, वरमाला भी डाल दो, अब घर जाओ-मैं शादी नहीं कर सकती। दुल्हन ने पुलिस के सामने अपने प्रेमी के साथ सात फेरे लिए और उसे लेकर लखनऊ के लिए रवाना हो गई। अकबरपुर के शंकर दयाल नगर की एक लड़की की शादी चौबेपुर गांव में रहने वाले पुलिस विभाग के सिपाही के साथ तय हुई थी। 27 दिसंबर को शादी तय हुई। समारोह अकबरपुर के मैरिज लॉन में आयोजित किया गया था। बारात और गीत गाते हुए दूल्हा बारात में पहुंचा। नाच-गाने के बाद रस्में आगे बढ़ीं और शोभायात्रा निकाली गई। शादी की रस्म तब और बढ़ गई जब दुल्हन के पिता को पता चला कि बेटी ने लखनऊ के विकास नगर में रहने वाले अपने प्रेमी के साथ कोर्ट मैरिज कर ली है। यह बात लड़की ने घरवालों से छुपाई। इधर जब दुल्हन के पिता ने दूल्हे व उसके परिजनों को बेटी के प्रेम विवाह की बात बताई तो विवाद शुरू हो गया। दोनों पक्षों में मारपीट होते देख किसी ने यूपी 112 को सूचना दी। कुछ देर बाद अकबरपुर टाउन चौकी के प्रभारी दल बल के साथ पहुंचे और दोनों पक्षों के बीच पंचायत कराकर मामले को शांत कराया। इसके बाद दुल्हन ने अपने प्रेमी को लखनऊ से बुला लिया। मंगलवार की सुबह प्रेमिपंखीदा अपने परिजनों के साथ विवाह मैदान पहुंची। वहां दुल्हन के साथ उसका प्रेमी भी था। इसके बाद निकाह और फिरौन की रस्में पूरी कर दुल्हन को उसके प्रेमी के साथ विदा किया गया।