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आज 21 नवंबर को है सड़क यातायात पीड़ितों के लिए विश्व स्मरण दिवस : सड़क हादसे में घायलों को तुरंत मेडिकल सुविधा पहुंचाने के लिए अपील का दिन

आज 21 नवंबर को है सड़क यातायात पीड़ितों के लिए विश्व स्मरण दिवस : सड़क हादसे में घायलों को तुरंत मेडिकल सुविधा पहुंचाने के लिए अपील का दिन
सीएन, नैनीताल।
वर्ल्ड डे ऑफ रिमेंबरेंस फॉर रोड ट्रैफिक विक्टिम की शुरुआत रोडपीस ने 1993 में की थी। 26 अक्टूबर 2005 को संयुक्त राष्ट्र ने इसे प्रत्येक वर्ष नवंबर में तीसरे रविवार को इसे वैश्विक दिवस के रूप में मनाने को समर्थन दिया जिससे यह सड़क यातायात की दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए एक प्रमुख दिवस बन गया। सड़क यातायात पीड़ितों के लिए विश्व स्मरण दिवस हर साल नवंबर महीने के तीसरे रविवार को मनाया जाता है साल 2022 में सड़क यातायात दिवस यातायात पीड़ितों के लिए विश्व स्मरण दिवस 21 नवंबर 2022 को मनाया जा रहा है। सड़क यातायात पीड़ितों के लिए यह दिन 1 थीम के साथ मनाया जाता है।  इस दिन को मनाने का उद्देश्य सड़क पर मरे लोगों एवं घायल और उनके परिवार दोस्त और अन्य प्रभावित लोगों को याद करना है। इस दिन की शुरुआत ब्रिटिश सड़क दुर्घटना पीड़ित चैरिटी रोड पीस ने 1993 में की थी। इसे 2005 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा वार्षिक रूप से मनाने के लिए पारित किया था। साल 2022 में सड़क यातायात पीड़ितों के लिए विश्व स्मरण दिवस की  29 वीं वर्षगांठ 21 नवंबर को मनाई जाएगी। यह साल 2005 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा नवंबर के महीने में तीसरे रविवार को मनाने के लिए पारित किया गया था। संयुक्त राष्ट्र सड़क सुरक्षा सहयोग सभी सड़क सुरक्षा धारकों को घायल, सड़क दुर्घटनाओं के लोगों के परिवारों को श्रद्धांजलि एवं समर्थन देने के लिए यह दिन मनाया जाता है। सड़क यातायात पीड़ितों एवं उनके परिवारों के लिए उपयुक्त व्यवस्था के लिए कार्य करता है। डब्ल्यूएचओ हर साल लगभग 1.3 मिलियन लोग सड़क दुर्घटना के चलते मारे जाते हैं और 20 से 50 मिलियन लोग गैर घातक चोटों के शिकार होते हैं, जिसमें से कई लोग विकलांग होते हैं। इससे देश को गंभीर आर्थिक नुकसान भी होता है क्योंकि सड़क दुर्घटना में देश के सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 3 परसेंट खर्च किया जाता है। भारत में साल 2019 में सड़क दुर्घटनाओं में 1,51,000 लोगों की मृत्यु हुई थी और यह डाटा एक गंभीर चिंता का कारण बनी थी। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने साल 2030 तक सड़क सड़क यातायात दुर्घटनाओं से होने वाले मौत एवं चोटों की वैश्विक संख्या को आधा करने का लक्ष्य तय किया है। भारत में हर साल सड़क हादसे के कारण 13.5 लाख 1.35 मिलियन लोगों जान गंवा देते हैं। साथ ही हादसों में 5 करोड़  घायल होते हैं। इनमें से कई लोग आजीवन दिव्यांग हो जाते हैं। सड़क हादसे में घायलों को तुरंत सर्वोत्तम संभव देखभाल व मेडिकल सुविधा पहुंचाने के लिए अपील का दिन है। यह दिन हादसे के शिकार परिवारों के संघर्ष और पीड़ा को दूर करने, सड़कों को सुरक्षित बनाने, हादसे के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को याद दिलाता है। सड़क यातायात पीड़ितों के लिए विश्व स्मरण दिवस आम लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाने के साथ.साथ भविष्य में त्रासदियों से कैसे बचा जा सकता है, इस बारे में संदेश देता है।

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