क्राइम
बम धमाके से मकान जमींदोज, 9 लोगों की मौत व 11 जख्मी
मकान के टुकड़े 250 मीटर से भी ज्यादा दूरी तक जाकर गिरे, अवैध पटाखा और देसी बम बनाने की बातें सामने आई
सीएन, भागलपुर। बिहार का भागलपुर गुरुवार की रात जोरदार धमाके से थर्रा उठा। ये धमाका बमों के फटने से हुआ। जिस घर में धमाका हुआ वो घर पूरी तरह से जमींदोज हो गया। भागलपुर के तातारपुर थाना क्षेत्र के काजवलीचक मोहल्ले में गुरुवार रात करीब पौने 12 बजे एक घर के अंदर हुए बम धमाके ने तबाही मचा दी। कुल तीन घर इस धमाके में जमींदोज हो गए, वहीं एक महिला व एक बच्चा समेत नौ की मौत हो गई। 11 घायलों को रात एक बजे तक मलबे से निकालकर अस्पताल पहुंचाया जा चुका है। आसपास के कुछ और मकानों को भी नुकसान पहुंचा है। इस जबरदस्त धमाके की आवाज शहर में काफी दूर तक सुनी गई। आसपास की जमीन तक हिल गई। पहले तो लोगों को ऐसा लगा कि भूकंप आया है, लेकिन जब धमाके थमे तो सब कुछ साफ हो गया। इधर धमाके की खबर मिलते ही डीआईडी और एसएसपी के साथ भारी तादाद में पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची और बचाव-राहत का काम शुरू कर दिया गया। ये खौफनाक बम ब्लास्ट तातारपुर थाना इलाके में हुआ। यहां के काजवलीचक यतीमखाना के पास एक इमारत में ये ब्लास्ट हुआ। धमाका इतना तगड़ा था था कि इमारत पूरी तरह से मिट्टी में मिल गई। इतना ही नहीं आस-पास के दो और घर तक जमींदोज हो गए। धमाका इतना जबरदस्त था कि अलग-बगल के घरों में सो रहे लोग तक जख्मी हो गए। यहां तक कि तबाह हुए मकान के टुकड़े 250 मीटर से भी ज्यादा दूरी तक जाकर गिरे। इस विस्फोट में करीब 9 लोगों की मरने की सूचना है, जबकि लगभग 11 लोग घायल बताए जा रहे हैं। भागलपुर के डीआईजी सुजीत कुमार ने बताया कि प्राथमिक जांच में बारूद, अवैध पटाखा और देसी बम बनाने की बातें सामने आई है। धमाके की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इसकी आवाज से करीब दो किलोमीटर तक का पूरा इलाका दहल गया और इसकी गूंज 4 किलोमीटर तक सुनाई दी थी। धमाके की वजह से कई मकानों में लगे खिड़की के कांच टूटकर सड़क पर बिखर गए। घटना के बाद एफएसएल की टीम के साथ डीएम सुब्रत कुमार सेन और एसएसपी बाबूराम भी मौके पर मौजूद थे। स धमाके की चपेट में आकर स्थानीय निवासी गणेश मंडल की मौत हो गई लेकिन उनकी बेटी पिंकी बाल-बाल बच गई। पिंकी ने बताया कि वो 9 बजे ही कोलकाता से आई थी और सबलोग खाने के बाद आराम कर रहे थे। इसी दौरान अचानक तेज आवाज हुआ और पूरा घर गिर गया। जिस रुम में पिंकी के पिता गणेश सोए थे वो पूरी तरह से तबाह हो गया और उसी के मलबे में दबकर उनकी मौत हो गई। घर की एक बुजुर्ग महिला की भी धमाके की चपेट में आकर मौत हुई है।