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साम्प्रदायिक दंगा फैलाने के लिए  60 से ज्यादा गायों को बेरहमी से काट डाला

साम्प्रदायिक दंगा फैलाने के लिए  60 से ज्यादा गायों को बेरहमी से काट डाला
सीएन, भोपाल।
पिछले हफ्ते मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में 60 से ज्यादा गायों की हत्या का मामला सामने आया था। अब पुलिस को पता चला है कि सांप्रदायिक हिंसा फैलाने के लिए इन जानवरों को मारने की साजिश रची गई थी। गायों की हत्या में शामिल 24 आरोपियों को अरेस्ट कर लिया गया है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक 19 और 20 जून को सिवनी के दो अलग-अलग थाना क्षेत्रों से 60 से ज्यादा गायों और बैलों के शव मिले थे। सिवनी के पिंडराई गांव में वैनगंगा नदी में 18 गायों के गर्दन कटे शव बरामद हुए थे। इसके अलावा धूमा पुलिस स्टेशन की सीमा के तहत ककरतला वन क्षेत्र में 28 गायों.बैलों के शव मिले थे। बाद में कुछ और शव भी बरामद हुए। सभी की गर्दन पर धारदार हथियार के घाव के निशान थे। घटना के बाद सिवनी कलेक्टर क्षितिज सिंघल और एसएसपी राकेश कुमार सिंह को पद से हटा दिया गया और मामले की जांच डीजीपी पवन श्रीवास्तव को सौंपी गई। आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक, मामले में तीन आरोपियों के खिलाफ एनएसए लगाकर उन्हें जेल भेजा जा चुका है। वाहिद खान, शादाब और इरफान उनके घर के अवैध हिस्से पर बुलडोजर भी चलाया गया। मामले पर जानकारी देते हुए एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपियों को पैसे के बदले में जानवरों को मारने का काम सौंपा गया था। अधिकारी ने बताया कि सिवनी के स्थानीय निवासी भी अपराध में शामिल पाए गए हैं। पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार किए गए 24 आरोपियों में से आठ नागपुर के हैं। जानकारी है कि वहीं सांप्रदायिक उन्माद फैलाने के लिए जानवरों को मारने की साजिश रची गई थी। आरोपी वाहिद खान ने पुलिस पूछताछ में बताया था कि उसने मोटी रकम के बदले में नागपुर के इसरार अहमद के कहने पर जानवरों की हत्या की व्यवस्था की थी। पुलिस के मुताबिक इसरार और उसके सहयोगी 17 जून को सिवनी पहुंचे और फिर उन्होंने सना-उर-रहमान, अब्दुल करीम और रफीक खान को भी पैसे देकर काम में शामिल किया। पुलिस जांच में पता चला है कि इसरार ने मुख्य आरोपी वाहिद को एडवांस के तौर पर 30,000 रुपये दिए थे।

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