उत्तर प्रदेश
नया खुलासा : बिल्डर से थी मां की दोस्ती, इसलिए बेटे ने की हत्या
सीडब्ल्यूसी की पूछताछ में आरोपी नाबालिग बेटे ने किया है खुलासा, कारण पबजी था ही नहीं
सीएन, लखनऊ। लखनऊ पबजी हत्याकांड में एक नया मोड़ देखने को मिल रहा है। पुलिस ने शुरुआती जांच में इस हत्याकांड के पीछे पबजी थ्योरी की बात कही थी। अब यह थ्योरी गलत साबित हो रही है। जांच में मालूम चला है कि मां साधना सिंह की लखनऊ के एक बिल्डर से दोस्ती थी। इसी बात से बेटा नाराज रहता था। बेटे ने इस बारे में अपने पिता को भी फोन कर बताया था। सूत्रों की मानें तो जब बेटे ने पिता को यह बता बताई तो पिता ने कहा था, ‘मैं वहां होता तो बिल्डर और तुम्हारी मां, दोनों को गोली मार देता।’ पिता की यही बात बेटे के दिमाग में घर कर गई और उसने मां की हत्या की योजना बना ली। मौका मिलते ही बेटे ने 4 जून को अपनी मां को गोली मार दी। बताया जा रहा है कि मां साधना सिंह बराबर बिल्डर के घर जाती थी, जिससे बेटा परेशान रहता था। अब सवाल उठता है कि आखिर पुलिस ने इस हत्याकांड के पीछे पबजी की बात क्यों कही? सूत्रों की मानें तो बिल्डर और पुलिस की इसमें मिलीभगत है। साधना सिंह के मर्डर में बिल्डर का नाम न आए इसलिए पुलिस ने पबजी की थ्योरी गढ़ी। भास्कर में छपी खबर के मुताबिक, बेटे को उसकी जानकारी करीब 1 साल पहले हुई थी। खबर है कि बेटे ने एक बार मां के मोबाइल में कुछ कॉल रिकॉर्डिंग सुन ली। उसके बाद बेटे को ऐसा लगने लगा कि उसकी मां किसी दूसरे इंसान के करीब चली गई है। बेटे ने बताया कि मैंने बिल्डर अंकल और मां के रिश्ते बारे में पापा को फोन पर बता दिया। इसके बाद दोनों में खूब लड़ाई हुई। इस घटना के बाद मां ने मुझे खूब मारा। इस घटना के बाद मेरे मन में मां के लिए गुस्सा भर गया। इसी गुस्से की वजह से मैंने मां को गोली मार दी। बातचीत में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि पिता ने ही बेटे को पिस्टल चलाना सिखाया। बेटे ने बताया कि कुछ साल पहले पापा की पोस्टिंग राजस्थान में थी। हम सभी वहीं रहते थे। हमारे क्वॉर्टर के पास ही फायरिंग रेंज थी। मैं जवानों को रोज पिस्टल चलाते हुए देखता था। बाद में जब हम लखनऊ आए तो पापा ने मुझे पिस्टल चलाना सिखाया था।
डिनर पर आते थे अंकल, थी उनसे नफरत
सीडब्ल्यूसी सदस्य के मुताबिक, बेटे ने बताया कि प्रॉपर्टी डीलर वाले अंकल एक दिन घर पर डिनर पर आए। ये बात मुझे अच्छी नहीं लगी और इसकी जानकारी मैंने पापा को दी और उस रात खाना भी नहीं खाया। अंकल के जाने के बाद मम्मी ने फिर मुझे डांटा और यहां तक खाना-खाने के लिए भी नहीं पूछा, लेकिन मैं पापा के कहने पर शांत रहा।
‘पापा बोले मैं होता तो मार देता दोनों को गोली’
पूछताछ में 16 साल के बेटे ने बताया कि पिछले महीने उसने मम्मी के मोबाइल में उनकी व अंकल की कॉल रिकॉर्डिंग सुनी थी। इन सभी रिकॉर्डिंग की जानकारी उसने अपने पापा को दी थी। जिसके बाद पापा ने कहा था कि अगर मैं होता तो पिस्टल उठाकर दोनों को गोली मार देता। फिर मैंने पापा से पूछा कि मैं क्या करूं तो पापा ने कहा कि तुम्हारे मन में जो आए वो करो, लेकिन तब तक मम्मी ने मेरा मोबाइल छीन लिया था।
पापा को थी सारी जानकारी
बेटे ने बताया है कि पापा को सब जानकारी थी कि घर में क्या चल रहा है। पापा गुस्सा तो होते थे लेकिन कुछ कर नहीं पा रहे थे। पापा को यह भी पता था कि मैं कुछ भी कर सकता हूं। इसलिए ही मैंने गुस्से में अपनी मम्मी को गोली मार दी और इसकी सूचना पापा को वीडियो कॉल में दी, जिस पर पापा ने अपने सीनियर अंकल से भी वीडियो कॉल में बात करवाई थी। इसके बाद पापा ने हत्याकांड की जानकारी पुलिस को दी। नाबालिग के पिता नवीन सिंह के पड़ोसी के मुताबिक, हत्या की जानकारी से पहले है नवीन को शक था कि उसके बेटे ने मां साधना की हत्या कर दी है। 7 जून से पहले जब साधना से फोन पर बात नहीं हो रही थी तब नवीन ने उनसे कहा था कि उसे लगता है कि बेटे ने साधना को मार दिया है। यही नहीं उनके मुताबिक, नवीन ने अपने ससुर से भी कहा था कि शायद बेटे ने साधना को मार दिया है।
बेटे की जमानत के लिए परेशान है पिता
यमुनापुरम में रहने वाले नवीन सिंह के करीबी बताते है कि 2 दिन पहले नवीन ने उन्हें फोन पर कहा था कि कोई अच्छा वकील कर बेटे को छुड़वाने के लिए जुगाड़ करें। फिलहाल उन्हें ये जानकर अजीब लग रहा है कि 7 जून को पत्नी साधना की मौत की खबर सुनकर बेटे को कोसने वाले नवीन सिंह बेटे की जमानत के लिए सोच रहे हैं।
रोका-टोका बनी थी हत्या की वजह
पीजीआई इंस्पेक्टर धर्मपाल ने बताया कि अधिकारियों ने 7 जून को पूछताछ के आधार पर जो हत्या का खुलासा किया था। वही एक सत्य है. बेटे को मां की रोक-टोक बिल्कुल पसंद नहीं थी। इसलिए बेटे ने मां की हत्या कर दी। फिलहाल हत्याकांड से जुड़े सभी लोगों की सीडीआर चेक की गई है, जहां कहीं पर भी संदेह नहीं लग रहा है।