उत्तर प्रदेश
जेल के बंदी पी गए 36 कुंतल नींबू का पानी
सस्पेंड हो गए जेल अधीक्षक, डिप्टी जेलर व बंदी रक्षक
सीएन, लखनऊ। अभी तक जेलों में कई तरह के घोटाले सुनाई देता थे, मगर बाराबंकी जेल में तो में तो नींबू घोटाला हो गया। यह घोटाला विभागीय मंत्री की जानकारी में आ गया। उन्होंने जांच करवा कर 36 क्वीटल नीबू घोटाले की जांच करा डाली। इस मामले में शासन ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई की है। जेल अधीक्षक व एक डिप्टी जेलर समेत दो बंदीरक्षकों को निलंबित कर दिया है। इस मामले में मंगलवार को कारागार मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने बाराबंकी जेल पहुंचकर करीब ढाई घंटे तक जांच की थी। मंत्री का दौरा बेहद गोपनीय रहा था व यहां सभी अफसरों को बाहर करने के बाद मंत्री ने अपनी टीम के साथ जेल में सभी जगहों का हाल देखा। करीब ढाई घंटे रुकने के बाद वह चले गए थे। उल्लेखनीय है कि जेल में बंदियों को नींबू पानी पिलाने के लिए 36 क्विंटल नीबू’ खरीदा गया था। इसमें लाखों रुपये के नींबूू घोटाले की बात सामने आई थी। इसके बाद डीजी जेल आनंद कुमार ने पूरे मामले की जांच डीआईजी जेल प्रशासन संजीव त्रिपाठी से कराई थी। इस बीच पूरे मामले का संज्ञान शासन ने लिया था। इसके बाद यहां पर मंत्री मंगलवार को निरीक्षण करने पहुंचे थे। बुधवार को जेल अधीक्षक हरिबक्श सिंह, डिप्टी जेलर आशुतोष मिश्रा व जेल वार्डर राजेश भारती व सुरेश कुमार को निलंबित कर दिया गया है। इनके निलंबन की पुष्टि डीजी जेल आनंद कुमार द्वारा की गई है।