धर्मक्षेत्र
अयोध्या में बारिश के बाद बिगड़े हालात, धंसी सड़कें हो रही ठीक खुल रहीं विकास की पोल
अयोध्या में बारिश के बाद बिगड़े हालात, धंसी सड़कें हो रही ठीक खुल रहीं विकास की पोल
निर्माण पूरा होने से पहले राम मंदिर का उद्घाटन कर दिए जाने पर उठ रहे हैं सवाल
सीएन, अयोध्या। रामनगरी अयोध्या में बारिश के बाद सिस्टम फेल है लेकिन कई जगहों पर इंजन चालू है ताकि भरे हुए पानी को निकाला जा सके। कुछ दिनों तक पहले जहां विकास के दावे किए जा रहे थे वहीं पहली बारिश ने पोल खोल दी है। अरबों रुपये खर्च करने के बाद एक ही बारिश ने विकास में व्याप्त भ्रष्टाचार की पोल खोल दी है। जब आस्था के केन्द्र में ही भयंकर भ्रष्टाचार का खेल खेला गया हो तो अन्य स्थानों के हाल क्या होंगे। विपक्ष ने इसे बड़ा मुद्दा बना लिया है। जैसे-जैसे मानसून दस्तक दे रहा है वैसे.वैसे अयोध्या के विकास के दावे पर सवाल खड़ा हो रहा है मंगलवार रात्रि और बुधवार को हुई बारिश के बाद राम पथ और श्री राम जन्मभूमि मंदिर को जाने वाला जन्मभूमि पथ जलमग्न हो गया। जैसे.जैसे मानसून दस्तक दे रहा है वैसे.वैसे अयोध्या के विकास के दावे पर सवाल खड़ा हो रहा है मंगलवार रात्रि और बुधवार को हुई बारिश के बाद राम पथ और श्री राम जन्मभूमि मंदिर को जाने वाला जन्मभूमि पथ जलमग्न हो गया। वहीं आस पास की कालोनियां जलमग्न हो गई अब इसको लेकर लोग परेशान हो रहे है तो कुछ संस्थाएं और संगठन प्रेस कर अयोध्या के विकास मॉडल पर सवाल खड़ा कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ अयोध्या नगर निगम की मेयर अपनी कोशिशें और प्रयास को लेकर अपनी ही पीठ थपथपा रहे हैं। श्री राम जन्मभूमि और मंदिर को जाने वाले जन्मभूमि पथ पर लगभग 2 फीट तक पानी भर गया यही नहीं नाली का गंदा पानी भी बारिश के साथ बहने से अयोध्या वासियों और राम भक्तों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। श्री राम मंदिर से सटे श्री राम अस्पताल में भी पानी भर गया और सबसे बुरा हाल जलवानपूरा समेत श्री राम मंदिर के आसपास बसी कॉलोनियों का रहा जहां लगभग 3 फीट तक पानी भर गया और लोगों के घरों के सामान तैरने तक लगे। विपक्ष कह रहा है कि यह हाइटेक सिटी नहीं यू कहा जाए जलटेक सिटी बनने वाली है जल में तैरने वाली अयोध्या द्वारिका पुरी अंदर जाइए डुबकी लगाइए फिर ढूंढ कर आइए कहां रामलला है और कहां हनुमानगढ़ी है यह स्थिति है बना दी गई है सारी सड़के टूट गई है। अयोध्या कोई हाईटेक सिटी नहीं बन पाएगी अयोध्या रामलला की कृपा से पौराणिक सिटी रहेगी एक दिन यह स्थिति रहेगी मां सरयू बढ़ेगी और जितना यह विकास का नकली भांडा है वह फोड़ देगी। अयोध्या नगर निगम के मेयर गिरीश पति त्रिपाठी जल निकासी को लेकर अपनी अलग थ्योरी समझाते हैं और यह बताने की कोशिश करते हैं कि अयोध्या नगर निगम जल निकासी को लेकर कितना गंभीर है। वह अपने द्वारा किए जा रहे प्रयासों को भी बताते हैं लेकिन यह नहीं बताते की जब मानसून आने वाला था तो उसको लेकर आने वाली समस्याओं को लेकर पहले से कोई योजना क्यों नहीं तैयार की गई।
राम मंदिर की छत से टपक रहा पानी
राम मंदिर की छत से पानी टपकने की जानकारी खुद मंदिर के महंत आचार्य सत्येंद्र दास ने दी है। उन्होंने बताया कि छत में से ठीक उसी जगह पर पानी टपक रहा है जहां पुजारी रामलला की मूर्ति के सामने बैठते हैं और जहां लोग वीआईपी दर्शन के लिए आते हैं। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक दास ने कहा, यह बहुत आश्चर्य की बात है। पूरे देश से इतने सारे इंजीनियर यहां बैठे हुए हैं और राम मंदिर बना रहे हैं। 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा भी हो गई। लेकिन किसी को यह ज्ञान नहीं हुआ कि जब बारिश होगी तो मंदिर की छत से पानी चुएगा। बताया जा रहा है कि जानकारी मिलने के बाद मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र मंदिर पहुंचे और मरम्मत के आदेश दिए। बाद में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने बताया कि निर्माण का कार्य अभी पूरा नहीं हुआ है। हालांकि बारिश के बाद सिर्फ मंदिर परिसर ही नहीं बल्कि पूरे शहर की हालत खस्ता हो गई है। मीडिया रिपोर्टों में यह भी बताया जा रहा है कि मंदिर तक पहुंचने के लिए जो 13 किलोमीटर लंबा रामपथ बनाया गया था उसमें जगह.जगह सड़क धंस गई है और गड्ढे हो गए हैं।