धर्मक्षेत्र
मा नंदा सुनंदा की ब्रह्म मुहूर्त में प्राण प्रतिष्ठा के बाद मूर्तियों को भक्तजनों के दर्शन को रखा, पूजन को उमड़ी भीड़, बलि भी नही हुई
सीएन, नैनीताल l मां नंदा देवी महोत्सव मैं शनिवार की सुबह महानंदा सुनंदा की ब्रह्म मुहूर्त में प्राण प्रतिष्ठा के बाद मूर्तियों को भक्तजनों के दर्शन को रख दिया गया था। उसके बाद मंदिर में भक्तजनों की भीड़ उमड़ पडी। रात्रि 2:00 बजे से मंदिर में भक्त जनों का आना शुरू हो गया था। सुबह के वक्त मंदिर में भक्त जनों की काफी भीड़ उमड़ी रही। मंदिर में माता के दर्शनों के लिए मंदिर में भक्तजनों की लंबी कतार लगी हुई थी। अष्टमी पूजन के साथ ही बलि के लिए बकरे भी भक्त लाये थे। मंदिर परिसर में बलि प्रतिबंधित ह़ोने के कारण परिसर में प्रशासन ने सख्त निगहबानी की थी। बकरों को टोकन सिस्टम से मंदिर में पूजन करवाने के बाद भक्त जीवित वापस ले जा रहे थे। दोपहर 12 बजे तक करीब 90 बकरे मंदिर पहुंच गये थे। राम सेवक सभा के तमाम लोग पुलिसकर्मियों को सहयोग दे रहे थे। सभा के महा सचिव जगदीश बवाड़ी ने बताया कि मां नंदा सुनंदा का पूजन 27 सितंबर तक यथावत जारी रहेगा। 27 सितंबर बुधवार को दोपहर में मां का डोला नगर भ्रमण के लिए निकलेगा। भ्रमण के बाद मूर्ति विसर्जित की जायेगी। प्रो. ललित तिवारी ने बताया कि प्रकृति को जोड़ता हुआ श्री नंदा देवी महोत्सव उत्तराखंड की कुलदेवी तथा सांस्कृतिक समृद्ध परंपरा है जिससे भद्रा पद की अष्टमी को मनाया जाता है । यह पर्व लोगो को जोड़ने के साथ खुशी एवम स्नेह आशीर्वाद देने वाला है। शक्ति की प्रतीक एवम हिमालय की शक्तिको समाहित करता यह पर्व पर्यावरण तथा प्रकृति एवं मानव के अभीष्ट संबंध को भी दिखाता है की पर्यावरण के संरक्षण तथा परिस्थितिकी के सतत विकास हेतु जरूरी है। इधर मंदिर परिसर के बाहर डीएसए मैदान में लगे स्टालों में मेलार्थियों की भीड़ लगी रही। इसके अलावा बच्चों व महिलाओं ने मनोरंजन साधनों का जमकर लुत्फ़ उठाया। मेले को शांति से समपन्न कराने के लिए पुलिस प्रशासन व जिला प्रशासन ने चाकचौबंद व्यवस्था की है। नगर के चप्पे-चप्पे में पुलिस का पहरा बैठाया है। राम सेवक सभा की ओर से छोलिया टीमें नगर भ्रमण कर रही है। इसके अलावा विभिन्न प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जा रहा है।